जशपुर
हत्या कर एक्सीडेंट का रुप दिखाकर साक्ष्य को छिपाया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 26 फरवरी। चरित्र शंका से परेशान पति ने भतीजों संग मिलकर फिल्मी स्टाईल में पत्नी की हत्या कर वाहन का एक्सीडेंट कर हादसे का रूप देने की कोशिश की। बताया जा रहा कि मृतिका अपने पति के ऊपर चरित्र शंका करती थी और अक्सर लड़ाई-झगड़ा करती रहती थी। पुलिस ने पति समेत 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जशपुर जिले के बगीचा विकासखंड के अंतर्गत चौकी पण्डरापाठ क्षेत्र का मामला है।
पुलिस के अनुसार प्रार्थी संदीप यादव निवासी कामारिमा ने चौकी पण्डरापाठ ने 10 फरवरी को रिपोर्ट दर्ज कराई कि प्रात: 5 बजे लगभग इसकी चाची प्रमिला यादव (39) एवं पवन यादव के साथ में कार क्र. सी.जी. 04/एच.ए. 6339 में प्रमिला यादव के मायके जगीमा (शंकरगढ़) जाने के लिये घर से निकले थे। कार को पवन यादव चला रहा था कि कामारिमा घाट के पास पहुंचे थे कि कार का ब्रेक नहीं लगा और वाहन एक्सीडेंट होकर गड्ढे में गिर गया और वाहन में सवार प्रमिला यादव की मृत्यु हो गई। प्रार्थी की रिपोर्ट पर चौकी पण्डरापाठ में मर्ग एवं धारा 279, 304(ए) पंजीबद्ध कर शव का पी.एम. कराया गया। पी.एम. रिपोर्ट में मृतिका की मृत्यु हत्या करना लेख किये जाने पर उक्त धारा सदर का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
प्रकरण के संदेही मृतिका के पति अर्जुन यादव एवं वाहन चालक पवन यादव को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करने पर बताये कि 9 फरवरी की रात में इनके ग्राम खैरापाठ में धार्मिक कार्यक्रम चल रहा था। इसी कार्यक्रम के दौरान अर्जुन यादव अपने भतीजा पवन यादव एवं अलोक यादव से मिला।
अर्जुन यादव ने उन्हें बताया कि उसकी पत्नी प्रमिला यादव अक्सर इसके चरित्र पर शंका करती है एवं हमेशा लड़ाई-झगड़ा करती है, जिससे यह परेशान हो गया है। दस फरवरी को प्रमिला यादव अपने मायके जाएगी, उसी दौरान कामारिमा घाट में वाहन का एक्सीडेंट कर प्रमिला यादव को मरवा देंगे, बोलने पर उक्त तीनों सहमत हो गये एवं वापस अपने-अपने घर आ गये।
दस फरवरी की प्रात: लगभग 4 बजे अर्जुन यादव फोन कर पवन यादव एवं अलोक यादव को अपने पास बुलाया जिससे वे आ गये। प्रमिला यादव अलोक यादव, पवन यादव और अर्जुन यादव सभी कार क्र. सी.जी. 04/एच.ए. 6339 में सवार होकर अपने घर से निकले। अर्जुन यादव कार को चलाते हुये कामारिमा घाट के पास ले गया एवं वाहन को धीरे करके खाई तरफ मोड़ कर वह गाड़ी से कूद गया, फिर पवन यादव एवं अलोक यादव भी कूद गये, तब प्रमिला यादव भी सबको वाहन से कूदते हुये देखकर वह भी गाड़ी से कूद गई, उक्त वाहन रोड से लगभग 25 फीट नीचे पेड़ में खाई के पास जाकर टकरा गई।
प्रमिला यादव वहां से भागने लगी तो अर्जुन यादव ने उसे पकडक़र कार एवं खाई वाले जगह के पास ले जाकर हाथ-मुक्का से मारपीट किया और अलोक यादव के पास रखे गमछा कपड़े से प्रमिला यादव के गला में बांधकर एक तरफ को अर्जुन यादव एवं दूसरी तरफ अलोक यादव खींचकर हत्या कर दिये।
पवन यादव के पास ड्राईविंग लायसेंस होने से उसे कहे कि तुम गांव में फोन कर बता दो कि प्रमिला यादव का उसके मायके जाते वक्त वाहन का ब्रेकफेल होने से एक्सीडेंट हो गया। घटना घटित कर अर्जुन यादव तथा अलोक यादव अपने घर चले गये। पवन यादव ने फोन कर संदीप यादव को बताया, फिर संदीप यादव तथा गांव के अन्य लोग घटनास्थल पहुंच कर एक्सीडेंट का रिपोर्ट दर्ज कराये थे।
आरोपी अर्जुन यादव, पवन यादव एवं अलोक यादव मिलकर प्रमिला यादव के एक्सीडेंट करने से मृत्यु नहीं होने पर गाड़ी के पास ले जाकर गमछा से गलाघोंट कर हत्या कर दिये एवं साक्ष्य छिपाते हुये एक्सीडेंटल रूप में परिवर्तित कर रहे थे।
आरोपी अर्जुन यादव (40), पवन यादव (25) एवं अलोक यादव (28) सभी निवासी खैरापाठ चौकी पण्डरापाठ के विरूद्ध अपराध सबूत पाये जाने पर उन्हें 25 फरवरी को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।