बीजापुर
सीएम और सीएस के नाम सौंपा ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 3 मार्च। अपनी लंबित डीए व अन्य मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने आंदोलन के पहले चरण में सीएम व सीएस के नाम ज्ञापन सौंपा है, वहीं उनकी मांगों पर विचार नहीं किये जाने पर आंदोलन के दूसरे चरण में आगामी 18 मार्च को राजधानी में प्रदेश के समस्त कर्मचारी धरना-प्रदर्शन करेंगे।
शुक्रवार को यहां कलेक्ट्रेट परिसर में फेडरेशन के जिलाध्यक्ष मोहम्मद जाकिर खान, संयोजक केडी राय व जिला सचिव कैलाश रामटेके के नेतृत्व में कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के अन्य पदाधिकारियों ने डिप्टी कलेक्टर सुमन राज को ज्ञापन सौंपा।
फेडरेशन के पदाधिकारियों ने बताया कि सौंपे गये ज्ञापन में मांग की गई है कि लिपिक संवर्ग का वेतन विसंगति का शीघ्र निराकरण किया जाए। साथ ही सहायक शिक्षक एवं समस्त एलबी संवर्ग की पूर्व सेवा गणना वेतन विसंगति तथा स्वास्थ्य विभाग, महिला बाल विकास विभाग, वन विभाग, पशुपालन विभाग सहित अन्य कर्मचारी संवर्ग का वेतन विसंगति समेत 14 सूत्रीय मांग के लिए 17 सितंबर 2021 को गठित पिंगुआ कमेटी की रिपोर्ट सरकार को तत्काल सौंपी जाये। वहीं प्रदेश के कर्मचारियों व पेंशनरों को लंबित 5 प्रतिशत महंगाई भत्ता व सातवें वेतनमान अनुसार गृह भाड़ा भत्ता स्वीकृति आदेश जारी किया जाए। जनघोषणा पत्र में उल्लेख अन्य मांगों को पूरा किया जाये। साथ ही चार स्तरीय पदोन्नत वेतनमान जारी किया जाए। कर्मचारी संगठनों द्वारा लोकतांत्रिक तरीके से अपनी मांगों को शासन के समक्ष रखने के लिए पंडरी पुराना बस स्टैंड को धरना स्थल घोषित किया जाए।
ज्ञापन में अनुरोध किया गया है कि यथाशीघ्र समुचित आदेश जारी करें। वहीं ज्ञापन में बताया गया है कि आंदोलन का पहला चरण ज्ञापन सौंप कर किया गया है, वहीं मांगों पर विचार नहीं किये जाने पर आंदोलन के दूसरे चरण में समस्त कर्मचारी आगामी 18 मार्च को राजधानी में जुटाकर धरना प्रदर्शन करेंगे।
इस अवसर पर छग शिक्षक संघ के ईश्वर झाड़ी, एसके समरथ, एनके सोरी, पटवारी संघ के वीरा राजा बाबू, ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक संघ के महेश दुर्गम, आयुर्वेद चिकित्सा संघ के सी वेंकटेश्वर, सहायक शिक्षक फेडरेशन के किशोर दुर्गम, दिलीप दुर्गम, वाहन चालक संघ के बालेन्द्र राठौर, छग शालेय शिक्षक संघ के सदस्य सहित अन्य मौजूद रहे।