मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष
रंजीत सिंह
मनेन्द्रगढ़, 7 मार्च (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर नारी शक्ति ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि समाज और देश की प्रगति तथा खुशहाली में उनका महत्वपूर्ण योगदान है, लेकिन सिर्फ एक विशेष दिन पर ही महिलाओं के अस्तित्व को पहचानने की कोशिश क्यों की जाती है? क्या सिर्फ आज के ही दिन महिला सम्मान की बातें करने से महिला सम्मान की सुरक्षा हो सकती है या ये सिर्फ एक खानापूर्ति ही है? जरूरत इस बात की है महिलाएं खुद अपने अस्तित्व को पहचानें।
अपर कलेक्टर एवं प्रभारी एसडीएम खडग़वां नयनतारा सिंह तोमर ने कहा कि 8 मार्च महिला दिवस पर हम देश को ऊपर उठाने के लिए अपने कदमों को सही दिशा देकर नारी होने पर गर्व करें। अपना सिर और ऊंचा कर देश, दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का मान बढ़ाएं, सम्मान बढ़ाएं।
संयुक्त कलेक्टर अभिलाषा पैकरा ने कहा कि भारत में महिला को शिक्षा का, वोट देने का अधिकार और मौलिक अधिकार प्राप्त है। धीरे-धीरे परिस्थितियां बदल रही हैं। भारत में आज महिला आर्मी, एयर फोर्स, पुलिस, आईटी, इंजीनियरिंग, चिकित्सा जैसे क्षेत्र में पुरूषों के कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। माता-पिता अब बेटे-बेटियों में कोई फर्क नहीं समझते हैं, लेकिन यह सोच समाज के कुछ ही वर्ग तक सीमित है। इसमें शीघ्र बदलाव आना चाहिए।
नायब तहसीलदार अंकिता पटेल का कहना है कि नई और आधुनिक शिक्षा तथा देश की स्वतंत्रता में नारी को घर की चाहरदीवारी से बाहर निकलने का अवसर दिया है। जरूरत इस शिक्षा के व्यापक प्रचार प्रसार की है जिससे ग्रामीण इलाकों की महिलाएं भी लाभान्वित हो सकें साथ ही महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति ज्यादा से ज्यादा जागरूक हो सकें।
नगर पालिका मनेंद्रगढ़ की अध्यक्ष प्रभा पटेल ने कहा कि सही मायने में महिला दिवस तब ही सार्थक होगा जब विश्व भर में महिलाओं को मानसिक व शारीरिक रूप से संपूर्ण आजादी मिलेगी। जहां उन्हें कोई प्रताडि़त नहीं करेगा। समाज के हर महत्वपूर्ण फैसलों में उनके नजरिए को महत्वपूर्ण समझा जाएगा। तात्पर्य यह है कि उन्हें भी पुरूष के समान एक इंसान समझा जाएगा। जहां वह सिर उठाकर अपने महिला होने पर गर्व करे न कि पश्चाताप कि काश में एक लडक़ा होती।
नगर पंचायत नई लेदरी की अध्यक्ष सरोज यादव ने नारी शक्ति के साथ समाज के सभी वर्ग को रंग और उमंग के पर्व होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही हैं। उन्होंने कहा कि हमारे देश के अधिकांश परिवारों और समाज का नेतृत्व महिलाएं कर रही हैं। महिलाएं समाज की विचारधारा बदल सकती हैं, इसलिए महिलाओं को आत्मनिर्भर बनना होगा।
जनपद पंचायत खडग़वां की अध्यक्ष सोनमती उर्रे ने कहा कि महिलाओं को समाज में सम्मानजनक स्थान दिलाने और किसी प्रकार के लैंगिक भेदभाव का शिकार होने से बचाने के लिए लंबे समय से प्रयास जारी है, लेकिन अभी अपेक्षित सफलता नहीं मिल पाई है। देश में महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक, शारीरिक, व्यक्तिगत और पारिवारिक स्तर पर कैसी मुश्किलें झेलनी पड़ रही हैं और उन पर क्या किया जा सकता है, इस पर विचार-विमर्श करने की आवश्यकता है।
नगर पंचायत नई लेदरी की मुख्य नगर पालिका अधिकारी अंजना वाइकिल्फ ने कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में बढ़-चढक़र अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रही हैं। महिलाओं को हर क्षेत्र में तरक्की के अवसर दिए जा रहे हैं। इससे महिलाओं को प्रतिभा साबित करने के मौके मिल रहे हैं। आज की महिलाएं घर को संभालने के साथ-साथ प्रोफेशनल जिंदगी में भी भूमिका बखूबी निभा रही हैं।