सरगुजा
जांच में पहुंचे एसडीओ ने खराब सामग्री देख काम कराया बंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर,15 मार्च। जनपद कार्यालय से महज 500 मीटर की दूरी पर सरपंच के द्वारा गुणवत्ता विहीन सडक़ निर्माण कार्य कराया जा रहा था,यही नहीं सडक़ निर्माण में नाबालिगों से काम लेने का मामला सामने आया है।
मामला लखनपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत केवरा का है। आरोप है कि सरपंच के द्वारा सीसी सडक़ में घटिया स्तर के सामग्रियों और मानकों के अनुरूप निर्माण कार्य कराया जा रहा है। निर्माण कार्य हेतु खुलेआम बाल श्रमिकों का भी उपयोग किया जा रहा है।
जब घटिया सीसी सडक़ निर्माण की सूचना एसडीएम शिवानी जायसवाल, जनपद पंचायत के सीईओ वेद प्रकाश पांडेय को दी गई, तब उनके द्वारा एसडीओ डीके मिंज से मौका मुयावना कराया गया। उन्होंने भी माना कि ग्राम पंचायत में गुणवत्ता विहीन निर्माण कराया जा रहा है, वहीं निर्माण सामग्री भी मानक अनुरूप नहीं है। गौरतलब है कि निर्माण कार्य लगभग 50 फीसदी पूर्ण हो चुका है।
निर्माण स्थल पर जांच करने पहुंचे अधिकारी ने बताया कि सडक़ निर्माण को लेकर विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं है, काम शुरू होने के उपरांत सरपंच के द्वारा मंगलवार को इंजीनियर को जानकारी दी गई है। वहीं ग्राम सरपंच के द्वारा कहा गया कि इंजीनियर के द्वारा सीसी सडक़ निर्माण कार्य का निरीक्षण किया गया।
सरपंच शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार से आई 3 लाख की राशि से 100 मीटर का सीसी सडक़ निर्माण कार्य कराया जा रहा है। सरपंच ने बतायाकि नियमानुसार सडक़ बनाया जा रहा है। साथ ही इंजीनियर के द्वारा सडक़ का निरीक्षण किया गया है, जिसमें सब कुछ सही बताया गया।
निर्माणाधीन सीसी सडक़ की जांच करने पहुंचे एसडीओ दिलीप मिंज ने बताया कि मिट्टी मिक्स रेत और ओवरसाइज गिट्टी का इस्तेमाल किया जा रहा है। साथ ही इस सीसी सडक़ निर्माण कार्य की जानकारी विभाग के अधिकारियों को नहीं है। साथ ही काम शुरू करने पश्चात सरपंच के द्वारा इंजीनियर को जानकारी दी गई है। जांच उपरान्त पुन: निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा।
इस संबंध में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व शिवानी जयसवाल से बात करने पर उनके द्वारा कहा गया कि मुझे आपके माध्यम से या जानकारी प्राप्त हुई है, तत्काल मेरे द्वारा मुख्य कार्यपालन अधिकारी को इस संबंध में जांच करने के निर्देश दिए गए हैं, जांच उपरांत निर्माण कार्य में लगे 16 व 17 वर्ष के नाबालिगों को कार्य से हटाया गया। साथ ही जांच कर गुणवत्ता युक्त सडक़ निर्माण कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं।