बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 16 मार्च। बालोद जिले के दल्ली राजहरा माइंस चित्र में भालू मिलने संबंधित एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसके चलते माइंस श्रमिकों में भय व्याप्त है। हालांकि हम इस बात की पुष्टि नहीं करते कि यह वीडियो माइंस का ही है, लेकिन यह जो सोशल मीडिया पर वीडियो चल रहा है, उसे माइंस का ही बताया जा रहा है। वहीं, हमने जब आसपास के माइन से जुड़े लोगों से बात की तो उन्होंने बताया कि जिस तरीके की संरचना खदान की दिख रही है, वह राजहरा माइंस की हो सकती है।
आए दिन जंगली जानवरों की दस्तक
बालोद जिले के दल्ली राजहरा माइंस में आए दिन जंगली जानवरों की दस्तक रहती है, इसलिए इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि यहां पर दिख रहा भालू माइंस का नहीं है, क्योंकि दल्ली राजहरा जोकि जंगलों से घिरा हुआ है। और कई बार ऐसे वीडियोस फोटो सामने आए हैं, जो कि डराने वाले रहे। तेंदुए की दस्तक तो वहां आए दिन होते रहती है, क्योंकि माइंस में काम करने के लिए मजदूरों को काफी दूर तक रास्ता तय करना पड़ता है। इसके लिए कहीं ना कहीं सैनिकों के मन में भय रहता है।
झरन क्षेत्र का बताया जा रहा वीडियो
इस वीडियो के बारे में इंक्वायरी की गई तो पता चला कि यह वीडियो धर्म क्षेत्र का है। धर्म क्षेत्र माइंस का एक जंगलों से घिरा हुआ हिस्सा है, और इसी क्षेत्र में सबसे ज्यादा भालू, तेंदुआ सक्रिय रहते हैं। हालांकि माइंस से लगे शहर में इन जंगली जानवरों का प्रवेश नहीं होता। परंतु, माइंस में ही हजारों श्रमिक काम करते हैं जिसके कारण श्रमिकों को भय लगा रहता है।