धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 16 मार्च। शासकीय सुखराम नागे महाविद्यालय नगरी के स्नातकोत्तर स्तर राजनीति विज्ञान, इतिहास, समाजशास्त्र, हिन्दी एवं पीजीडीसीए के विद्याथियों ने प्रभारी प्राचार्य प्रो.आर.आर.मेहरा के मार्गदर्शन एवं प्रो.रवि देवांगन, प्रो.हितेषा नंद ठाकुर, डॉ.अंबा शुक्ला, अंजनी पैकरा, सौरभ पाण्डे के नेतृत्व में ऐतिहासिक एवं धार्मिक केन्द्र रतनपुर एवं बिलासपुर उच्च न्यायालय का शैक्षणिक भ्रमण कर अध्ययन किया।
राजनीति विज्ञान के प्राध्यापक आर.आर.मेहरा ने उच्च न्यायालय के संगठन एवं शक्तियों के बारे में जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि बिलासपुर स्थित उच्च न्यायालय 19वें क्रम का उच्च न्यायालय है, जिसकी स्थापना 1 नवंबर 2001 को हुई थी।
इतिहास की प्राध्यापक हितेषा नंद ठाकुर ने रतनपुर में स्थित ऐतिहासिक-धार्मिक स्थल के बारे में जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि कल्चुरी शासक रत्नदेव प्रथम ने 1050 ईसवीं में रतनपुर की स्थापना कर यहां महामाया मंदिर का निर्माण कराया, कालांतर में यहां मराठा शासक बिम्बाजी भोंसले ने राजनीतिक नियंत्रण स्थापित कर 18 वीं शताब्दी में राम टेकरी मंदिर का निर्माण कराया था।
डॉ.अंबा शुक्ला, अंजनी पैकरा के नेतृत्व में छात्रों ने रतनपुर के सामाजिक, सांस्कृतिक विषेशताओं का अध्ययन किया। कानन पेंडारी छात्रों के लिये कौतुहल का विषय रहा। प्रो.रवि देवांगन एंव सौरभ पाण्डे ने कानन पेंडारी में संरक्षित विभिन्न जीव-जंतुओं से परिचित कराया एवं उनके सरंक्षण के महत्व को बताया। अपना अनुभव साझा करते हुए छात्रसंघ अध्यक्ष गोदावारी साहू ने कहा कि जिन स्थलों के बारे में हमने किताबों में पढ़ा था, उसका प्रत्यक्ष तौर से जानकारी प्राप्त करना शैक्षणिक दृष्टि से बेहद लाभप्रद रहा।