धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 16 मार्च। दुनिया की सबसे छोटी शिवलिंग बनाकर सबको आश्चर्य में डाल देने वाले माइक्रो आर्टिस्ट इस बार फिर से सुर्खियों में है। माइक्रो आर्टिस्ट भानुप्रताप कुंजाम ने इस बार कुछ ऐसा बनाया है कि आदिवासी समाज के लोगों में काफी चर्चा हो रही है। बता दें कि भानुप्रताप इससे पहले भी कई ऐसे कलाकृति बना चुके हैं जिसकी काफी प्रशंसा शादी हो चुकी है।
छत्तीसगढिय़ा क्रांति सेना इन दिनों बूढ़ादेव महायात्रा के दूसरे चरण को लेकर काफी व्यस्त हैं, ज्ञात हो कि आज से लगभग साल भर पहले 18 अप्रैल 2022 को छत्तीसगढिय़ा क्रांति सेना के नेतृत्व में रायपुर के बूढ़ा तालाब में छत्तीसगढ़ के कोना-कोना से मिट्टी ले जाकर बूढ़ा तालाब के बीचो-बीच देवठाना के चौरा बनाया गया था। अब आने वाले 8 अप्रैल 2023 को राज्य भर से दान किए गए कंसा से सबसे बड़े बुढ़ादेव की प्रतिरूप सल्ला गागरा का निर्माण किया जाएगा।
इस यात्रा में अपना योगदान देने के लिए माईक्रो आर्टिस्ट भानुप्रताप ने दुनिया की सबसे छोटी प्रतिमा बनाया जिसे वह छत्तीसगढिय़ा क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल को रायपुर स्थित उनके कार्यालय में जाकर भेंट कर चुका है।
बता दें कि भानुप्रताप द्वारा बनाई गई प्रतिमा लगभग 5 मिलीमीटर है, इस प्रतिमा की खासियत यह है कि इसमें हिन्दी में 750 अंकित किया गया है जो अपने आप में पूर्ण प्रतिरूप है। कुंजाम ने बताया कि सल्ला गागरा निर्माण में वह कुछ हटकर दान करना चाहता था ताकि युवा वर्ग में अपने इतिहास और संस्कृति को लेकर जागरूकता बड़े इसलिए उन्होंने सबसे छोटी प्रतिमा बना डाली। छत्तीसगढिय़ा क्रांति सेना के सभी पदाधिकारी इस कला से रूबरू हुए तो सब ने बहुत तारीफ की साथ ही प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल ने भानुप्रताप के कला में रूचि दिखाते हुए हर संभव मदद करने की बात कही।
इस मौके पर उपस्थित थे छत्तीसगढिय़ा क्रांति सेना प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. अजय यादव, शिवेंद्र वर्मा युवा प्रदेश महामंत्री, धिरेन्द्र साहू रायपुर जिला अध्यक्ष, हितेंद्र वर्मा, खेमराज साहू कलाकार, पर्वतारोही, समाजसेवी, संजू सेन लोक वाद्ययंत्र के वादक एवं संग्रहकर्ता तथा अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।