रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 16 मार्च। जिले के नेतनागर गांव में नहर खुदाई से उपजे विवाद में आज एक नया मोड़ आया है। इस मामले में फिलहाल एसडीएम कोर्ट ने किसानों को स्टे दे दिया है। हालांकि किसानों का कहना है कि स्टे के बाद भी धरना का कार्यक्रम जारी रहेगा।
ग्रामीण किसानों ने एसडीएम रायगढ़ को आवेदन देकर यह मांग की थी कि प्रशासन ने चूंकि बिना पंचायत को सूचित किए जमीन का अधिग्रहण कर लिया और इसपर अब काम भी शुरू किया जा रहा है जिससे किसान आंदोलन करने को बाध्य हैं ऐसे में इस काम को तत्काल रोकने की व्यवस्था की जाय। इस आवेदन के बाद एसडीएम कोर्ट ने फिलहाल किसानों को राहत देते हुए काम पर स्टे लगा दिया है।
दरअसल नेतनागर में केलो वृहद सिंचाई परियोजना के तहत नहर का निर्माण किया जा रहा है। लेकिन किसानों का कहना है कि इस नहर से किसानों को कोई लाभ नहीं मिलेगा। इसके अलावा किसानों ने यह भी कहा कि 2009 की दर से इसमें जमीन अधिग्रहण की कीमत किसानों को मिल रही है जो गलत है। इसे पहले किसानों के साथ कलेक्टर रायगढ़ की मीटिंग भी हुई लेकिन सहमति नहीं बन सकी इसके बाद किसानों ने आंदोलन का आगाज कर दिया था।
हालांकि एसडीएम कोर्ट ने इस मामले में अब स्टे दे दिया है लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि धरना स्थल पर धरना जारी रहेगा। एसडीएम की ओर से यह आश्वासन दिया गया है की जल्द ही इस मामले में सभी पक्षों का बयान लिया जाएगा और उसके अनुसार फैसला लिया जाएगा। बहरहाल इस मामले में एसडीएम कोर्ट से स्टे मिलने के बाद आंदोलनरत ग्रामीणों ने आंशिक तौर पर राहत की सांस ली है।