महासमुन्द
महासमुंद,17 मार्च। पूर्व विधायक एवं भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ प्रदेश संयोजक डॉ.विमल चोपड़ा ने एक वक्तव्य में पटेवा थाने में एनएच पर वसूली एवं खनिज अधिकारी की अकर्मण्यता से पांच आदिवासी मजदूरों की मौत पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा है कि ऐसे लोगों को कठोर सजा मिलनी चाहिए। पटेवा थाने के सामने की सडक़ पर वसूली का मामला भी है जिसे जिले के एस.पी. ने स्वयं आंखों से देखा है एवं सात लोगों को लाइन अटैच किया है। जबकि इन सातों पर एफ आईआर दर्ज कर घूस लेने का प्रकरण न्यायालय में प्रस्तुत होना चाहिए व सजा स्वतंत्र संस्था द्वारा दी जानी चाहिए साथ ही थाने के थानेदार पर भी चार्जशीट दायर की जानी चाहिए। लाइन अटैच करने से न तो इनको कोई सजा होनी है एवं न ही कोई वेतन कटौती होनी है। माहभर पश्चात् ये फिर अपना प्रभाव दिखाकर किसी थाने में पोस्टिंग ले लेंगे एवं पुुन: वसूली अभियान प्रारंभ हो जाएगा।
डॉ. चोपड़ा ने कहा कि जिले के बसना के गढफ़ूलझर के ईट भ_े में पांच मजदूरों की मौत दु:खद है एवं प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही ही इसके लिए पूर्णत: जिम्मेदार है। खनिज विभाग जो सीधे-सीधे कलेक्टर एवं अधिकारी के नियत्रंण में है, उन लोगों को भी इस दुर्घटना का जिम्मेदार घोषित किया जाना चाहिए।
खनिज अधिकारी केवल रेत खदानों से वसूली में अपना सारा समय व्यतित कर रहे हैं एवं इनके संरक्षण में कांग्रेस के नेता दिन-रात चल रही है। अधिकारी रेत खदानों से हफता वसूली में व्यस्त है। खनिज अधिकारी से अवैध खदानों की शिकायत पर इनका रेट और बढ़ जाता है।