बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 17 मार्च। बालोद जिले के हड़ताली मध्यान भोजन महिला कर्मियों से भरी हुई पिकअप वाहन बालोद थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम निपानी और पीपर छेड़ी के बीच पलट गई, जिसमें दर्जनभर से अधिक महिलाएं बुरी तरह घायल हो गई हैं जिसमें 16 लोग घायल हैं वहीं प्राथमिक उपचार के बाद एक महिला को रिफर कर दिया गया है और अन्य महिलाएं भी रिफर हो सकती हैं।
भावना नाम की महिला को गंभीर चोंट आई है महिलाओं ने बताया कि उन्हें कुछ भी पता नहीं चला गाड़ी अचानक लहराई और दुर्घटनाग्रस्त हो गई घटना के बाद स्थल पर चीख-पुकार मच गई, जिसे सुन आसपास के लोग राहत बचाव कार्य में जुट गए।
अलग-अलग गांव की हैं महिलाएं
गाड़ी हसदा का बताया जा रहा है ड्राइवर का नाम जितेंद्र साहू है घटना के बाद से ड्राइवर वहीं पर था सभी अलग-अलग गांव की महिलाए हैं, जो किराया कर के धरने में शामिल होने आए थे एक एक महिला 100 - 100 रुपए गाड़ी वाले को दिए थे सब को बारी बारी छोडऩे के लिए महिलाओं को जा रहे थे सभी महिलाएं अलग-अलग गांव की है। महिलाओं ने बताया कि आने-जाने में आसानी होती है इसलिए उन्होंने संयुक्त रूप से एक पिकअप वाहन में जाने का फैसला लिया।
एक महिला रिफर
उषा बाई ने बताया कि गाड़ी में लगभग हम 25 लोग सवार थे और रोजाना की तरह हड़ताल से वापस लौट रहे थे जहां पर ग्राम पीपल खेड़ी के समीप हमारी गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई कई महिलाएं सडक़ पर ही बेहोश हो गई थी, जिन्हें संजीवनी 108 के माध्यम से जिला अस्पताल लाया गया है और सभी का इलाज जारी है कुछ महिलाओं को बाहर रेफर कर दिया गया है और कुछ महिलाओं को आगे इलाज के बाद रिफर किया जा सकता है।
वाहन में सवार सभी महिलाओं से पूछताछ की गई तो पता चला कि वाहन में रेखा बाई ग्राम ओझागहन, शारदाबाई ठाकुर, प्रमिला बाई, गोदावरी साहू, अनादिया, उमेश्वरी, धानबाई, उषा बाई, गुरुवा बाई, टामिन साहू, जमुना साहू, सहित अन्य सवार थे लगभग 16 लोगों को चोट आई है जिसमें से चार गंभीर रूप से घायल है वहीं अन्य महिलाओं का इलाज किया जा रहा है।
सरकार से हैं नाराज
मध्यान भोजन महिला कर्मचारियों ने बताया कि बेरोजगार लोगों को 25 सौ देने की बात भूपेश बघेल सरकार कह रही है और हम रसोइयों के केवल 1700 प्रतिमाह दिया जा रहा है जिसका हम सब विरोध करते हैं। इसी क्रम में सरकार के फैसले के बाद हम सब धरने पर हैं, वहीं महिलाओं ने कहा कि भले ही दुर्घटना का शिकार हुए हैं, परंतु हमारी साथी महिलाएं धरना स्थल पर अडिग रहेंगी।