महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 17 मार्च। ग्राम पंचायत बरेकेल की महिला सरपंच द्वारा पंचायत की विभिन्न मदों की राशि के चेक अपने पति एवं पुत्र सहित रिश्तेदारों के नाम काट कर बगैर काम कराए ही लाखों रुपये आहरण की शिकायत एवं प्रमाणित साक्ष्य के साथ जांच के बाद भी कार्रवाई नहीं किये जाने से बरेकेल के ग्रामीण अब एक होकर आंदोलन की राह पर निकल चुके हैं। ग्रामीण प्रमाणित शिकायत पर नियमानुसार कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। कार्रवाई नहीं होने पर 20 मार्च को धरना -प्रदर्शन की चेतावनी दी है, वहीं
उक्त मामले में ग्रामीणों द्वारा जारी की गई विज्ञप्ति के अनुसार ग्राम पंचायत बरेकेल खुर्द, विकासखण्ड पिथौरा, जिला महासमुन्द (छ.ग.) के सरपंच, सचिव एवं कुछ पंचों द्वारा पंचायतीराज अधिनियम के तहत आरोप प्रमाणित है अत: यह धारा सरपंच, सचिव के ऊपर लगना चाहिए। पंचायतीराज अधिनियम में बने नियमों के अवहेलना कर आर्थिक गबन एंव भष्ट्राचार किया गया है। जिसकी शिकायत हमारे द्वारा किया गया था। दोषी व्यक्तियों को सस्पेंड कर, पुलिस थाना में एफआईआर दर्ज करने एवं गबन किये गए राशि को वसूल करने हेतु कार्रवाई की मांग को लेकर 20 मार्च सोमवार से मांग पूर्ण होने तक जनपद परिसर पिथौरा में हमारे द्वारा धरना प्रदर्शन किया जाएगा। धरना अवधि के 10 दिन के भीतर मांग पूर्ण नहीं होने पर एक अप्रैल रविवार को राष्ट्रीय राजमार्ग गोपालपुर (डोंगरीपाली) राईस मील चौक के पास चक्का जाम किया जाएगा, जिसकी संपूर्ण जवाबदारी छ.ग. शासन एंव जिला प्रशासन की होगी। जिसकी विधिवत सूचना सादर संप्रेषित हैं।
ज्ञात हो कि बरेकेल ग्राम पंचायत गड़बड़ी के मामले में हमेशा सुर्खियों में रही है। इसके पूर्व भी इसी पंचायत के दर्जनों युवाओं को वृद्धावस्था पेंशन देने का मामला सामने आया था। तब ‘छत्तीसगढ़’ द्वारा ही उक्त खबर प्रमुखता से प्रकाशित की गई थी। जिसकी जांच के बाद अंतत: सभी अपात्र पेंशनधारियों के पेंशन बंद कर दिए गए थे।
वर्तमान मामले में भी शासन के लाखों रुपए के गबन का मामला भी सबसे पहले ‘छत्तीसगढ़’ने ही उठाया था। खबर प्रकाशन के बाद जिला स्तर पर 5 सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया था। समय से काफी विलम्ब से प्रारम्भ हुई जांच के दौरान बरेकेल के करीब सैकड़ा भर से अधिक ग्रामीण मौजूद रहे और जांच टीम को मौके पर लेजाकर अपने द्वारा की गई शिकायत को प्रमाणित करने के अलावा आरटीआई से प्राप्त जानकारी भी दिखाई गई जिसमें सरपंच द्वारा अपने पति गणेश राम साहू एवं अपने पुत्र फेमस फोटो कॉपी के नाम से लाखों के आचरण का प्रमाण प्रस्तुत कर इसकी कॉपी जांच कमेटी को दी गयी थी। इसके बावजूद अब तक जांच टीम द्वारा जांच रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की गई, जिससे ग्रामीणों में नाराजगी है।
प्रक्रिया के तहत कार्रवाई होगी-सीईओ
उक्त मामले में जिला पंचायत के सीईओ एस आलोक ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा करते हुए बताया कि बरेकेल मामले में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी गई है। कार्रवाई प्रक्रिया के तहत ही होगी। इसके लिए बरेकेल सरपंच को उनका पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी की गई है। ग्रामीण चाहते हैं कि समय सीमा में कार्रवाई हो, परन्तु यह संभव नहीं है। कार्रवाई एक प्रक्रिया के तहत ही की जाएगी।