गरियाबंद
नवापारा-राजिम, 17 मार्च। भाजयुमो नेता किशोर देवांगन ने बेरोजगारी भत्ता के मुद्दे पर कहा कि बेरोजगार युवाओं के हित में भाजपा के लगातार दबाव के बाद आखिरकार साढ़े 4 साल बीत जाने के बाद चुनावी वर्ष में अपने चुनावी फायदे के लिए भूपेश सरकार ने बेरोजगार युवकों को बेरोजगारी भत्ता देने का ऐलान करते हुए बजट में प्रावधान कर दिया है। लेकिन इसमें भी भूपेश सरकार द्वारा चालाकी दिखाते हुए बेरोजगारी भत्ता पाने के लिए विभिन्न शर्तें रख दी हैं। इन शर्तों के चलते लगभग 75 फीसदी बेरोजगार युवा साथी बेरोजगारी भत्ता पाने की पात्रता से बाहर हो गए हैं। बचे 25 फीसदी युवको को हीं सरकार, दिखावे के लिए बेरोजगारी भत्ता देगी।
देवांगन ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने अपने घोषणा-पत्र में वादा किया था कि सरकार में आने के बाद बेरोजगार युवकों को प्रतिमाह 25 सौ रुपए बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा। उस वक्त सरकार ने बेरोजगारी भत्ता पाने के लिए किसी प्रकार के नियम-शर्तों का उल्लेख नहीं किया था। यह अलग बात है कि सरकार ने साढ़े 4 साल तक बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया। इस हिसाब से भूपेश सरकार को प्रदेश के प्रत्येक बेरोजगार युवा की 1 लाख 30 हजार रुपए की देनदार है। अब सरकार चुनावी वर्ष में बेरोजगारी भत्ता दे भी रही है, तो उसे, केवल युवकों की बेरोजगारी के आधार पर, भत्ता देना चाहिए, वह भी पिछले 52 महीनों के बकाया 1 लाख 30 हजार रुपए के साथ।
देवांगन ने प्रदेश के बेरोजगार युवकों से अपील की है कि बेरोजगारी भत्ता के दायरे में शामिल और दायरे से बाहर हो चुके बेरोजगार युवक भूपेश सरकार से अपना बकाया 1 लाख 30 हजार रुपए मांगें।