महासमुन्द
महासमुंद,18 मार्च। बीते 15 मार्च से खरमास प्रारंभ होते ही सभी प्रकार के मांगलिक कार्यों पर विराम लग गया है। अब 14 अप्रैल से मांगलिक कार्यों का पुन: श्रीगणेश हो सकेगा। 15 मार्च को प्रात: 6 बजकर 33 मिनट पर सूर्य का मीन राशि में प्रवेश हुआ है। फलस्वरूप 15 मार्च से 14 अप्रैल की दोपहर 2.59 तक खरमास रहेगा।
त्रिमूर्ति कॉलोनी शिव मंदिर के पुरोहित प.सुधीर पाठक के अनुसार के जब भी हम कोई मांगलिक कार्य करते हैं तो उसके फलित होने के लिए गुरु का प्रबल होना जरूरी है। धनु एवं मीन, बृहस्पति ग्रह की राशियां हैं। खरमास के समय सूर्य इन दोनों राशियों में होते हैं। इसलिए शुभ कार्य नहीं होते। खरमास में गृह प्रवेश, गृह निर्माण, नए बिजनेस की शुरुआत, शादी, सगाई, वधु प्रवेश जैसे काम वर्जित हैं।
उनका कहना है कि खरमास समाप्ति के बाद अब मई में ही मांगलिक कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त शुरू होंगे। मई में शादी के लिए कुल 14 मुहूर्त 3, 4, 7, 10, 11, 12, 17, 21, 26, 27, 28, 29, 30 हैं। वहीं जून में विवाह के 12 मुहूर्त 3, 5, 6, 7, 8, 11, 12, 22, 23, 25, 27, 28 जून को है। नवंबर में केवल 5 मुहूर्त 23, 24, 27, 28, 29 नवंबर को शुभ है।