महासमुन्द
तैयारियों के लगातार बैठकों का आयोजन जारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 18 मार्च। महासमुंद जिला मुख्यालय में इस साल हिंदू नववर्ष की शोभायात्रा धुमाल से नहीं बल्कि विलुप्त हो रही संस्कृति ढोल ताशे से होगी। इस शोभायात्रा में नागपुर की कन्या ढोल-ताशा का दल शहर में हुंकार भरेगी। इस साल अन्य वर्षों से अधिक उत्साह से झांकी निकाली जाएगी, जो आकर्षण का केंद्र होगी। इस बार सर्व समाज द्वारा भारत माता की प्रतिमा के साथ जनसहयोग से बड़े आयोजन की तैयारी में है।
जानकारी मिली है कि शहर से दस किलोमीटर के दायरे में अलग-अलग कलाकार टीम भगवान शिव तथा श्री राम की शोभायात्रा निकालेगी। शिव परिवार तथा राम में लगभग 50 हजार लोागें को आमंत्रित किया जा रहा है। यात्रा में दरबार का भी लोग दर्शन कर सकेंगे। इसेक लिए शहर में भगवा ध्वज लगाने, सुआ, पंथी, करमा, ददरिया, राहस, राउत नाचा के कलाकारों को आमंत्रित करने की तैयारी जारी है। आगामी 22 मार्च को कार्यक्रम आयोजित करने का लक्ष्य रखा है। सर्वसमाज, विश्व हिंदू परिषद सहित विभिन्न हिन्दू संगठन शोभायात्रा को यादगार बनाने के लिए जुटे हैं।
अखिलेश लूनिया ने ‘छत्तीसगढ़’ को जानकारी दी है कि शोभायात्रा में दुर्गा वाहिनी की बहनें आकर्षक वेशभूषा में पथ संचलन करते हुए नजर आएंगी। शहर के सभी 30 वार्डों में भी भगवा ध्वज लहराने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि इस बार अब तक कोई भी हिंदू संगठन चंदा मांगने के लिए बाहर नहीं निकला है। फिर भी लोग स्वस्फूर्त होकर शोभायात्रा के लिए सहयोग राशि प्रदान कर रहे हैं। शहर के मुख्य मार्ग सहित आसपास के ग्रामों में टोली बनाकर दिन.रात ध्वज लगाए जा रहे हैं। शोभायात्रा को लेकर अब तक 3 बैठकें हो चुकी हंै।
अखिलेश के अनुसार इस बार शोभा यात्रा 22 मार्च को शाम 4 बजे आयोजित है। शारदा मंदिर बेमचा रोड से प्रारंभ यह यात्रा शहर के मुख्य मार्ग से होते हुए बरोंडा चौक स्थित दुर्गा मंदिर के पास समाप्त होगी। यहां डॉ. गुप्ता की ओर से भंडारा और महाआरती का आयोजन किया गया है। भाजपा जिला उपाध्यक्ष योगेश्वर राजू सिन्हा भी महासमुंद के विभिन्न क्षेत्रों में धर्मध्वजा का नि:शुल्क वितरण निरंतर जारी रखे हुए हैं।