धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 18 मार्च। रिसगांव क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर अभ्यारण्य संघर्ष समिति ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। आजादी के इतने सालों बाद भी वनांचल में चार ग्राम पंचायत ऐसी हैं, जहां विकास की किरण नहीं पहुंच पा रही। इसके लिए 20 मार्च को कलेक्ट्रेट का घेराव किया जाएगा।
शुक्रवार को अभ्यारण्य संघर्ष समिति नगरी के बैनरतले ग्राम पंचायत रिसगांव, करही, खल्लारी और फरसगांव के ग्रामीण कलेक्टर से मिलने के लिए पहुंचे थे। अध्यक्ष भगवान सिंह नाग ने कहा कि सीतानदी टाइगर रिजर्व क्षेत्र होने के कारण चार ग्राम पंचायतों में ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसना पड़ रहा है। चारों पंचायतों में अंधेरा पसरा हुआ हैं। सौर ऊर्जा के सहारे गुजर बसर हो रहा हैं।
ग्रामीणों की दुख-तकलीफ को देखते हुए तत्काल यहां बिजली की व्यवस्था किया जाए। कोषाध्यक्ष धनेश मरकाम, सचिव सुभाष सिंह अग्रवानी ने कहा कि वनांचल के लोगों को शुद्ध पेयजल नसीब नहीं है। राज्य और केन्द्र सरकार नलजल योजना में करोड़ों रुपए खर्च कर रही हैं, लेकिन इस योजना से नगरी के चार पंचायत को वंचित रखा गया है। गर्मी के दिनों में ग्रामीणों को पेयजल के लिए भटकना पड़ता है।
उन्होंने नलजल योजना के साथ ही यहां ओवरहेड पानी टंकी बनाने की मांग की है। जनपद सदस्य बीरबल पदमाकर, परमानंद कश्यप, जयलाल सोरी, ईश्वरी नेताम, मोतीराम कोमर्रा ने कहा कि ग्राम पंचायत फरसगांव के सरपंच ईश्वर लाल नेताम को रिहा किया जाए।