दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 18 मार्च। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की छत्तीसगढ़ शाखा का वार्षिक सम्मेलन 18 एवं 19 मार्च को होटल सागर इंटरनेशनल में आयोजित किया गया है। सम्मेलन में संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. शरद अग्रवाल मुख्य अतिथि होंगे। वे सम्मेलन में आए हुए विभिन्न शाखाओं के प्रतिनिधियों को संबोधित कर उनका मार्गदर्शन करेंगे। सम्मेलन में एम्स रायपुर के डायरेक्टर डॉ. नितिन नागरकर विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगे।
रायपुर के प्रसिद्ध शिशु रोग विशेषज्ञ एवं राष्ट्रीय न्यूरोलॉजी एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ. अनूप वर्मा शपथ ग्रहण अधिकारी के रूप में मौजूद रहेेंगे। उक्ताशय की जानकारी देते हुए आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. शरद पाटणकर ने बताया कि सम्मेलन में लगभग 4सौ चिकित्सकों के शामिल होने की संभावना है।
सम्मेलन में विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञों के भाषण होंगे। जिसमें कोकिलाबेन मुंबई, अपोलो इंद्रप्रस्थ, दिल्ली एवं एचसीजी कैंसर हॉस्पिटल नागपुर के अलावा रायपुर के विभिन्न अस्पतालों के विशेषज्ञ अपने अनुभवों से चिकित्सकों का ज्ञानवर्धन करेंगे। इसके पूर्व में भी आईएमए दुर्ग शाखा को कई राज्य स्तरीय कॉन्फ्रेंस कराने का अनुभव रहा है। जिसमें राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञ शामिल होते रहे हैं।
आयोजन के लिए डॉ.शरद पाटणकर को आयोजन समिति अध्यक्ष एवं डॉ.अजय गोवर्धन को चैयरमैन बनाया गया है। डॉ.कौशलेंद्र ठाकुर सचिव, डॉ.प्रभात पांडे साइंटिफिक कमेटी के चेयरमैन व डॉ.रवि शुक्ला साइंटिफिक कमेटी को चेयरमैन नियुक्त किए गए है।
डॉ. पाटणकर ने बताया कि आईएमए की दुर्ग शाखा प्रदेश की अत्यंत सक्रिय शाखा के रूप में जानी पहचानी जाती है। उसे प्रतिवर्ष राज्य स्तरीय अथवा राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार प्राप्त होते रहे हैं। साल भर यहां शैक्षणिक सामाजिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित की जाती है। डॉ. शरद पाटणकर आईएमए की राज्य शाखा के अध्यक्ष है। जो दुर्ग के वरिष्ठ चिकित्सक हैं एवं दुर्ग शाखा के पूर्व अध्यक्ष रह चुके है। पदभार ग्रहण करने के पश्चात उन्होंने चिकित्सकों से संबंधित नर्सिंग होम एक्ट एकल चलित क्लिनिक, चिकित्सा छात्रों के बॉन्ड से संबंधित समस्याओं से स्वास्थ्य मंत्री को अवगत कराया था एवं उनके निराकरण हेतु उनसे आग्रह किया था।
सम्मेलन में भी इन विषयों पर विचार विमर्श के पश्चात एवं अन्य कई लंबित मुद्दों पर चर्चा के उपरांत शासन स्तर पर इसके निराकरण का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए विभिन्न शाखाओं के अध्यक्ष एवं प्रतिनिधि सम्मेलन में शामिल हो रहे हैं। सम्मेलन में छत्तीसगढ़ शासन की विभिन्न योजनाओं एवं प्रोजेक्ट पर चर्चा की जाएगी, जिसमें मुख्यता लैंगिक हिंसा एड्स पीसीपीएनडीटी इत्यादि विषय शामिल होंगे।