दुर्ग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 19 मार्च। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की वार्षिक परीक्षा 2023 में दर्ज हुए 22 नकल प्रकरण पर विश्वविद्यालय की कुलपति, डॉ. अरूणा पल्टा ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की हैं। विश्वविद्यालय के अधिकारियों की बैठक में कुलपति ने कहा कि परीक्षा कक्ष में विद्यार्थियों के पास मोबाईल मिलना इस बात की आशंका व्यक्त करता है कि महाविद्यालय में परीक्षा केन्द्रों में प्रवेश द्वार पर और अधिक कड़ाई से परीक्षार्थियों की चेकिंग किए जाने की आवश्यकता है। आगामी सोमवार से आयोजित होने वाली वार्षिक परीक्षाओं के दौरान प्रवेश द्वार पर ही परीक्षार्थियो की अच्छे ढंग से चेकिंग हेतु कुलपति ने सभी प्राचार्य एवं केन्द्राध्यक्षों से आग्रह किया है। बैठक में अधिकारियों ने कुलपति का ध्यान इस ओर आकृष्ट किया है कि अधिकांश महाविद्यालयों में नियमित अध्यापकों की परीक्षा कार्य हेतु डयूटी लगाई जाए इससे विद्यार्थियों पर मनोवैज्ञानिक असर पड़ता है, कुलपति ने इस पर सहमति व्यक्त करते हुए कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए।
कुलपति डॉ. पल्टा ने इस बात पर भी जोर दिया कि प्रत्येक शि ट में परीक्षार्थियों की सघन रूप से जांच करें। इस बीच अधिकारियों द्वारा दुर्ग एवं राजनांदगांव जिले के महाविद्यालयों में आकस्मिक निरीक्षण के दौरान अद्भुत नजारा देखने को मिला जिसमें विवाहित महिलाएं परीक्षा दे रही थी तथा उनके नवजात शिशुओं की देखभाल परीक्षा कक्ष के बाहर महाविद्यालय परिसर में उनके परिजन अर्थात माता-पिता, भाई अथवा सास कर रहे थे। अनेक महाविद्यालय में इस प्रकार के नवजात शिशुओं के लिए पृथक से कक्ष में बैठने की व्यवस्था भी की गई थी। वही दूसरी ओर विकलांग तथा दृृष्टिबाधित विद्याथिर्यों हेतु एक लेखक की सुविधा भी कुछ महाविद्यालय में प्रदान की गई है। इन्हें परीक्षा अवधि 3 घंटे के अलावा 1 घंटे अतिरिक्त समय प्रदान किया जा रहा है।
कुलपति डॉ पल्टा ने बताया कि आगामी आने वाले सप्ताहों में वे स्वयं तथा कुलसचिव, श्री भूपेन्द्र कुलदीप विभिन्न परीक्षा केन्द्रों का भौतिक रूप निरीक्षण करेंगे। इस बीच प्रथम सप्ताह में हुई बीए, बीकाम, बीएससी तथा बीसीए की परीक्षा की उत्तर पुस्तिका विश्वविद्यालय स्थित उत्तर पुस्तिका संग्रहण केन्द्र में पहुंचना आरंभ हो गई है। कुलपति के निर्देशानुसार शीघ्र इन उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य आरंभ किया जायेगा।