दुर्ग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 19 मार्च। मंगल साधना केंद्र मंगलम में दो दिवसीय आयोजनों के साथ प्रभादेवी चपलोत की दीक्षा हर्ष और उल्लास के वातावरण में आचार्य सम्राट आनंद ऋषि छत्तीसगढ़ प्रवर्तक रतन मुनि के दिव्य आशीर्वाद एवं चतुर्विद संघ के सानिध्य में संपन्न हुई। छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों से इस दीक्षा के आयोजन में गुरु भक्त परिवार आए थे।
दीक्षा दिवस की पूर्व दिवस पर दीक्षार्थी प्रभादेवी का अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया था जिसमें श्रमण संघ महिला मंडल दुर्ग भिलाई 3 जैन महिला मंडल आनंद महिला मंडल रायपुर सहित छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों का महिला मंडल अभिनंदन के लिए मंगल साधना केंद्र मंगलम में उपस्थित थे और रात्रि में दीक्षार्थी के सम्मान में भक्ति संगीत का स्थानीय जैन मंडलों द्वारा आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में आसपास के क्षेत्र के लोग शामिल थे।
मंगल साधना केंद्र मंगलमन एवं छत्तीसगढ़ श्रमण संघ के आतिथ्य में यह आयोजन संपन्न हुआ। आज देश के विभिन्न शहर इंदौर अमरावती नागदा चंद्रपुर उज्जैन वणी मुंबई कोलकाता सहित छत्तीसगढ़ क्षेत्र के विभिन्न अंचलों से लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
उप प्रवर्तक डॉ सतीश मुनि ने ने मंगल साधना केंद्र मंगलम के प्रांगण में श्रीमती प्रभादेवी चपलोत को जैन विधि विधान से दीक्षा मंत्र का पठन कर दीक्षा दिलाई दीक्षा के पश्चात प्रभादेवी अब अपूर्व प्रभा के नाम से जानी जाएंगी।
दीक्षा के बाद अपूर्व प्रभा जीने अपनी गुरुणी साध्वी अमित प्रभा साध्वी अनंत प्रभा श्री शुक्ल मुनि श्री रमण मुनि श्री आदित्य मुनि से आगामी संयमी जीवन के लिए आशीर्वाद प्राप्त किया।
अब मां बेटी को करेगी वंदना
साध्वी श्री अमित ज्योति जी एवं साध्वी अनंत ज्योति जी के साथ प्रभादेवी वैरागी जीवन जी रही थी उनके साथ बिहार में पैदल चलना उपवास ,एकासना, आयंबिल की नियमित आराधना करना जैन आगम के सूत्रों को कंठस्थ करना इनके जीवन का एक हिस्सा था।
डॉक्टर सतीश मुनि की प्रेरणा से उन्होंने संयमी जीवन की ओर अग्रसर होने की भावना व्यक्त की साध्वी अनंत ज्योति जी की माता श्री प्रभादेवी है जो दीक्षा के पश्चात अपनी पुत्री को अब वंदन करेंगी।
मंगल साधना केंद्र मंगलम के प्रमुख प्रवीण श्रीश्रीमाल अध्यक्ष रविंद्र बैध चंद्रपुर ने कार्यक्रम में पधारे अतिथियों का आभार ज्ञापित किया।
श्रमण संघ दुर्ग के पूर्व अध्यक्ष निर्मल बाफना, नेमीचंद चोपड़ा एवं छत्तीसगढ़ श्रमण संघ के सदस्यों के सहयोग से इस आयोजन का संयोजन किया गया।