दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुम्हारी, 20 मार्च। भारत सरकार शिक्षा मंत्रालय स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग नई दिल्ली द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सह-साधन प्रवीण्य छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत कक्षा आठवीं में अध्ययनरत आर्थिक रूप से कमजोर एवं मेघावी छात्रों को यह छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। यदि वे छात्रवृत्ति परीक्षा में उत्तीर्ण हो जाए। इसके अंतर्गत बच्चों को 1000 रुपए की राशि हर महीने मिलना प्रारम्भ हो जाती है। इस वर्ष छत्तीसगढ़ में कुल 2246 पद के लिए कुल 12582 बच्चों ने नामांकन किया था, जिसमें से 1755 विद्यार्थियों ने यह परीक्षा उत्तीर्ण की है, जिसमें से 15 बच्चे सेजस जंजगिरी से उत्तीर्ण हुए हैं। 15 विद्यार्थियों के साथ धमधा ब्लॉक में सेजस जंजगिरि ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया है तथा दुर्ग जिले में तृतीय स्थान प्राप्त किया हैं। चयनित छात्र छात्राओं में कंगना देवांगन ,एकता बंजारे, ज्योति बंजारे, कृश कुमार सिंग, किशन साहू, काव्य वर्मा, कुमकुम वस्त्रकार, पूर्वा शर्मा, स्नेहा वर्मा, पल्लवी गेंद्रे, यशिका साहू, ओम वर्मा, भौमया साहू, प्रियंका महिपाल एवं चंचल महिलांगे शामिल हैं।
प्राचार्या मिनी गोपीनाथन ने चयनित बच्चों को बधाई दी और कहा है कि जिन बच्चों का चयन नहीं हो पाया वे बच्चे हताश ना हो बल्कि आने वाले दिनों में वे विधार्थी अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते रहे, और उसमें सफलता प्राप्त करने की कोशिश करे।
एनएमएमएसई परीक्षा की इंचार्ज अंजना सिंग ने बताया कि उन्होंने विद्यार्थियों को हमेशा प्वाइंट बनाकर पढऩे के लिए प्रेरित किया। इस बार समय बहुत कम मिला था, पर उसके लिए उन्होंने अलग रणनीति बनायी थी।
उन्होंने कहा कि अगर पूरी शिद्दत से कोशिश की जाए तो मंजिल अवश्य मिलती है। उन्होंने एनएमएमएसई के दुर्ग एवं छत्तीसगढ़ के प्रभारी व्याख्याता पवन सिंग का आभार व्यक्त किया जिनका मार्गदर्शन बच्चों को मिला। इसके अलावा प्रधान अध्यापिका अंजना रॉय तथा समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं का भी इस उपलब्धि के लिए पूर्ण योगदान रहा।