महासमुन्द
सर्व समाज समन्वय महासभा के एक दिवसीय कार्यशाला में मेधावी बच्चों की उच्च शिक्षा व्यवस्था पर चर्चा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 20 मार्च। सर्व समाज समन्वय महासभा ने कल रविवार को स्थानीय शंकराचार्य भवन में एक कार्यक्रम आयोजित कर बच्चों की व्यावसायिक उन्नति और सामाजिक दशा सुधारने को चर्चा की। पूर्वाह्न 11 बजे से आहुत इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि नपाध्यक्ष राशि त्रिभुवन महिलांग, बतौर अध्यक्ष लता ऋषि चंद्राकर तथा बतौर विशिष्ट अतिथि अमरजीत चावला उपस्थित थे। इस अवसर पर अपने उद्बोधन में राशि त्रिभुवन महिलांग ने कहा कि सभी समाजों को जोडक़र एक महासभा बनाकर जनहित के कामों को पूरा करने का उद्देश्य निश्चित ही तारीफ के योग्य है। इससे बहुत से जरूरतमंद समाज के लोग विकास के मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष सर्व समाज समन्वय महासभा छग लता ऋषि चंद्राकर ने कहा कि महासभा के तमाम पदाधिकारियों और सदस्यों के द्वारा केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों को लोगों तक पहुंचाने का काम बखूबी किया जा रहा है। आर्थिक रूप से कमजोर बच्चे दसवीं के बाद पढ़ाई छोड़ देते हैं। ऐसे बच्चों को इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश और महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने ई रिक्शा दिलाने का काम भी संस्था बखूबी कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस सचिव अमरजीत चावला ने कहा कि महासभा की थीम मनखे मनखे एक समान का नारा देकर इंसानियत का पाठ पढ़ाने वाले संत गुरू घासीदास को याद दिलाता है। निश्चित ही इस तुम को जन जन तक पहुंचाई जाए। क्योंकि मनुष्य समाज आज कई समुदायों में बंटा हुआ है। उन्हें एकता के सूत्र में बांधकर देश को मजबूत करना है। सर्व समाज समन्वय महासभा महासमुंद द्वारा आयोजित इस कार्यशाला का उद्देश्य भी महिला स्वावलंबन, रोजगार, स्वरोजगार, अनुसूचित जाति, जनजाति एवं गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं की उच्च शिक्षा की व्यवस्था को लेकर हुआ। जिसमें सीपेट और एम एस एम ई इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रोफेसरों ने संबंधित जानकारी दी।
कार्यक्रम के दौरान महासभा के संस्थापक डॉ.संजीव कर्माकर ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं को लेकर ही यह आयोजन हुआ है। यह पूरी तरह गैर राजनीतिक है। संस्था का प्रमुख उद्देश्य गांवों से कम से कम 50 विद्यार्थियों को इस वर्ष एमएसएमई एवं सीआईपीईटी भारत सरकार द्वारा संचालित 4 वर्षीय डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश दिलाना है। जिसमें हॉस्टल से लेकर पढ़ाई तक संपूर्ण फ ीस नि:शुल्क होगा। पश्चात उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023 में स्वरोजगार हेतु कम से कम 20 बहनों को ई-रिक्शा प्रदान किया जाना है। मई जून में अधिकाधिक पौधा रोपण सहित श्रम मंत्रालय द्वारा प्राप्त अनुदान राशि से ग्रामीण महिलाओं को लघु उद्योगों से जोडऩा हमारा मुख्य लक्ष्य है ।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से एलएल कोसरे प्रदेश महानिदेशक, राजेन्द्र प्रसाद भतपहरी, संतोष रावत प्रदेश संयोजक रोजगार स्वरोजगार विभाग सर्व समाज, टेकराम सेन जिलाध्यक्ष छग शिक्षक संघ महासमुंद, जेके मोहन्ती निर्देशक एमएसएमई संस्था दुर्ग, अंबिका सोनी, प्रशिक्षण प्रभारी सीआईपीईटी रायपुर नीतेश शर्मा, सहायक प्रोफेसर सीआईपीईटी रायपुर दिनेश पटेल, प्रदेश महासचिव झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ कांग्रेस छग, चंद्रबदन मिश्रा रिटायर्ड पुलिस अफसर उपस्थित थे।
कार्यक्रम में उपस्थित सर्व समाज समन्वयक महासभा के प्रदेश सचिव प्रताप मोहंती, जिला अध्यक्ष नारी शक्ति नैना श्रीवास्तव, जिलाध्यक्ष एस आर बंजारे, समस्त सामाजिकजनों, महिलाओं, छात्र-छात्राओं का आभार तिलक साव ने तथा कार्यक्रम का संचालन सुरेन्द्र मानिकपुरी ने किया।