गरियाबंद
ध्रुव गौड़ आदिवासी समाज का वार्षिक सम्मेलन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मैनपुर, 21 मार्च। अखिल भारतीय आदिवासी ध्रुव गौड़ समाज बिंद्रा नवागढ़ परि क्षेत्र के वार्षिक सम्मेलन समुदायिक भवन मैनपुर में अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। सर्वप्रथम कलश यात्रा के बाद बूढ़ा देव की पूजा अर्चना और आरती के बाद सभा का आरंभ किया गया।
प्रदेश अध्यक्ष आदिवासी कांग्रेस जनक ध्रुव ने कहा कि हमारी सरकार आदिवासियों के आर्थिक शैक्षणिक सांस्कृतिक विकास की समग्र सोच को लेकर कार्य कर रही है। आर्थिक विकास के लिए हमारी सरकार ने जनजाति क्षेत्रों में वनोपज संग्रहकों को राहत देने के लिए अनेक नीतियां अपनाई है। छत्तीसगढ़ सरकार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में जनजातियों के विकास की दिशा में लगातार काम कर रही है।
उन्होंने कहा, आदिवासी संस्कृति को सहेजने की दिशा में काम कर रही है, और आर्थिक विकास के लिए भी सतत रूप से काम कर रही है। आदिवासी समाज बहुत सरल व प्रकृति शक्ति को पूजने वाला समाज है।
श्री ध्रुव ने शिक्षा के महत्व को बताते हुए कहा कि बच्चों को पढ़ाना लिखना जरूरी है, क्योंकि शिक्षा ही एक ऐसा हथियार है, जिससे समाज में विकास ला सकते हैं, और बाबा साहब अंबेडकर ने भी कहा है शिक्षित बनो संगठित रहो और संघर्ष करो तभी हमारा समाज विकास के पथ पर आगे बढ़ेगा।
उन्होंने कहा, हमारे समाज में 54 लाख की जनसंख्या है, उसके बाद भी ना तो कोई राज्य सदस्य बना और ना ही राष्ट्रीय जबकि अन्य आदिवासी की जनसंख्या कम है, केवल बस्तर संभाग ही जहां हमारी जनसंख्या कम लेकिन दूसरी तरफ पूरे प्रदेश में हमारी जनसंख्या 78 फीसदी है। हमें काफी सारी चीजों से आज भी वंचित रहना पड़ रहा है, क्योंकि इस चीज को शासन नहीं मानता क्योंकि हम ध्रुव शब्द का उपयोग करते हैं। यह आदिवासी सब एक हैं तो सभी को आदिवासी ही लिखना चाहिए।
उन्होंने कहा, सब एक है तो सर्व जैसे शब्द का उपयोग में लाना यह दर्शाता है कि आदिवासी एक नहीं है इनकी लगभग 52 प्रजाति है, जिसमें केवल 42 प्रजाति ही मौजूद हैं। आदिवासी ध्रुव गॉड समाज के सम्मेलन में जनक ध्रुव प्रदेश अध्यक्ष, लोकेश्वरी नेता सभापति जिला पंचायत गरियाबंद, बलदेव राज ठाकुर सरपंच मैनपुर, भोलाराम ध्रुव आदिवासी ध्रुव गौड़ समाज, नरसिंह मरकाम जिलाध्यक्ष ध्रुव समाज, अशोक ध्रुव जिला सचिव, शंकर लाल नेताम, लीलाराम ठाकुर, गजेंद्र ठाकुर, मोतीराम नेताम सैकड़ों समाज जन माताएं-बहने उपस्थित रही।