महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 21 मार्च। इस साल भी शैक्षणिक सत्र बीतने पर है लेकिन महासमुंद जिले के स्कूलों में सहायक शिक्षकों, प्रधान पाठकों सहित अन्य स्टाफ की कमी बरकरार है। विभाग के आंकड़े के अनुसार जिले के प्राइमरी मिडिल व हायर सेकेंडरी स्कूलों में प्रधानपाठक और प्राचार्य के पद पिछले चार सालों से शेष हैं। अंतिम बार वर्ष 2019 में शासन स्तर पर भर्तियां हुई थी। इसके बाद से जिले में भर्तियां ही नहीं। फलस्वरूप जिले के स्कूलों में कुल 1281 प्राइमरी स्कूल, 491 मिडिल 67 हाईस्कूल व 119 हायर सेकेंडरी स्कूल संचालित हैं। इन स्कूलों में हेडमास्टर, प्राचार्य के पद रिक्त है। स्कूलों में पूर्णकालिक हेडमास्टर न होने से प्रभारियों के भरोसे पूरी व्यवस्था संचालित हो रही है। यही कारण है कि इन स्कूलों में अध्यापन व्यवस्था प्रभावित है।
लिहाजा ऐसे स्कूलों में नियमित पाठक व प्राचार्य न होने से अध्यापन व्यवस्था के अलावा छोटे-मोटे काम जैसे आहरण-संधारण भी प्रभावित हैं। इन स्कूलों में मॉनिटरिंग का भी अभाव है। वर्ष 2021-22 में पूरे साल भर कभी भवन तो कभी सहायक शिक्षक की मांगों के लिए विभिन्न ग्रामों के ग्रामीण जनदर्शन में आवेदन देते रहे और अनेक स्कूलों में ताला बंदी की घटनाएं सामने आती रहीं। एक बार तो जिले के एक स्कूल के 30 बच्चे बाकायदा स्थानांतरण प्रमाण पत्र निकलवाकर कलेक्टोरेट पहुंचे थे। बावजूद इसके विभाग की ओर से शिक्षकों की भर्ती के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किया गया और जिले भर पुरानी स्थिति बरकरार है।