दुर्ग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 22 मार्च। 20 मार्च को भारती विश्वविद्यालय दुर्ग द्वारा आदिवासी बाहुल्य गोद ग्राम देवारभाट खेरथाडीह तथा अमलीडीह की विभिन्न शासकीय शैक्षणिक संस्थानों में सामाजिक जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। हमारे संविधान में उल्लेखित मौलिक कर्तव्यों के प्रति जागरूकता अभियान के तहत शासकीय माध्यमिक विद्यालय देवारभाटए शासकीय प्राथमिक विद्यालय खेरथाडीह तथा शासकीय आदिवासी बालक आश्रम अमलीडीह में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ स्नेह कुमार मेश्राम द्वारा मौलिक कर्तव्यों का विस्तारपूर्वक वर्णन करते हुए उन पर अमल करने की राह विद्याथिर्यों को प्रशस्त की।
कार्यक्रम का आयोजन शासकीय माध्यमिक विद्यालय देवारभाट, शासकीय प्राथमिक विद्यालय खेरथाडीह तथा शासकीय आदिवासी बालक आश्रम अमलीडीह में किया गया। जिसमें डॉ स्नेह कुमार मेश्राम ने गांधीवादी जीवन दर्शन के महत्वपूर्ण पक्ष सत्याग्रह, अहिंसा, सविनय अवज्ञा, करुणा इत्यादि का विस्तार पूर्वक विश्लेषण किया एवं विद्यार्थियों को इन उच्च आदर्शों को जीवन में उतारने हेतु प्रेरित किया। उक्त कार्यक्रमों से बड़ी सं या में विद्यार्थी लाभान्वित हुए। कार्यक्रमों का आयोजन भारती विश्वविद्यालय दुर्ग के गोदग्राम गतिविधि संयोजक डॉ. स्नेह कुमार मेश्राम तथा डॉ. रोहित कुमार वर्मा ने किया। इस कार्यक्रम में डॉ. गुरु सरन लाल, विभागाध्यक्ष पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग का विषेश सहयोग प्राप्त हुआ।
सुशील चंद्राकर, उपकुलपति डॉ. आलोक भट्ट तथा कुलसचिव डॉ. वीरेंद्र कुमार स्वर्णकार के कुशल मार्गदर्शन में संपन्न हुए