रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 मार्च। भाजपा के डा. कृष्णमूर्ति बांधी ने विमानन विभाग द्वारा पायलट भर्ती में भेदभाव का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि एक कैंडिडेट का चयन इसलिए नहीं किया गया क्योंकि वह अनुसूचित जाति का था और उसका आवेदन अस्वीकार कर दिया गया।
प्रश्नकाल में बांधी ने कहा कि लिखित उत्तर में सीएम ने कहा है कि पायलट की कमी के कारण 34 करोड़ रुपए उड़ान में खर्च किए गए हैं। उन्होंने पूछा कि क्या भर्ती की गई है। कितने का सेलेक्शन किया, कितने वेटिंग लिस्ट में हैं क्या ये सभी छत्तीसगढ़ के हैं। सीएम और विमानन मंत्री बघेल ने कहा कि पायलट भर्ती के लिए बनी चयन समिति ने प्रक्रिया तय की थी। यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है। इसलिए प्रकिया लंबित है। बांधी ने कहा कि दोषपूर्ण, भेदभाव बरते जाने के कारण चयन प्रक्रिया कोर्ट में है। इनमें से एक कैंडिडेट अपना हक मांगने न्यायालय गया है।
स्पीकर चरणदास महंत ने कहा कि चूंकि कोर्ट में विचाराधीन है इसलिए उस पर प्रश्न नहीं किया जा सकता। बांधी ने पूछा कि सीजी मूल के कैंडिडेट के लिए 10त्न अतिरिक्त अंक का प्रावधान किया गया था? सीएम बघेल ने कहा कि मूल निवासी को प्राथमिकता दी गई थी। उसे अधिमान्यता के लिए अंक दिए गए हैं और कोई अतिरिक्त अंक नहीं। जिस कैंडिडेट की बात कह रहे हैं उसे बी -200 विमान उड़ानें का तजुर्बा नहीं था। बांधी ने इसे खारिज किया और बताया कि वह काफी सीनियर पायलट की श्रेणी में आता है। और 6988 घंटे बोइंग विमान उड़ानें का अनुभव है। उच्च श्रेणी का पायलट है उसका चयन केवल इसलिए नहीं किया गया क्योंकि वह अनुसूचित जाति का होने के कारण अस्वीकार किया गया।