कोण्डागांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 22 मार्च। जिले में अनामय कार्यक्रम (ट्राइबल हेल्थ कोलैबोरेटिव) अंतर्गत पिरामल स्वास्थ्य द्वारा किशोरों व छात्रों (15 वर्ष से 29 वर्ष) के बीच जनजातीय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम का उद्घाटन जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी आरके सिंह द्वारा सीएमएचओ कार्यालय सभागार में किया गया। इस कार्यक्रम में कोण्डागांव ब्लॉक के अलग-अलग पंचायतों के 30 किशोर एवं छात्र शामिल हुए।
इस संबंध में पिरामल स्वास्थ्य के संभागीय कार्यक्रम प्रबंधक दिग्विजय कुमार सिंह ने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य किशोरों और छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य, पोषण एवं किशोर प्रजनन, लैंगिक स्वास्थ्य, मादक द्रव्यों के सेवन का दुष्प्रभाव, सडक़ दुर्घटना, हेलमेट-सीट बेल्ट का उपयोग आदि विषयों पर प्रशिक्षण देना है। जिससे समुदाय स्तर पर यही युवा प्रशिक्षित होकर गांव के लोगों को जागरूक करने का काम करेंगे। आजकल गर्भवती महिलाएं एनीमिया जैसी गंभीर बीमारी का शिकार हो जाती हैं, जो आगे चलकर बहुत सारी बीमारियां जैसे मानसिक स्वास्थ्य, बच्चों में नाटापन, दुबलापन आदि का सामना करना पड़ता है।
कार्यक्रम में सीएमएचओ ने कहा कि पिरामल फाउंडेशन संस्था के द्वारा की गयी पहल सराहनीय है। इसका उद्देश्य युवाओं के माध्यम से योजनाओं का लाभ गांवों के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है।
उन्होंने किशोरों व छात्रों से कहा कि आप लोग समुदाय स्तर पर थोड़ा सा सहयोग करें तो हम लोग जल्द ही अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने महिलाओं में कम उम्र में गर्भधारण, टीबी, अन्य संक्रामक गंभीर बीमारी के बारे में जानकारी प्रसार के माध्यम से जनजागरूकता लाने पर बल दिया।
आगे उन्होंने कहा कि वर्तमान में अनुसूचित जनजातीय समुदाय में कुपोषण और मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों जैसी कई स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है युवाओं और छात्रों का इस विषय पर ध्यान केंद्रित करके हम सभी को स्वास्थ्य एवं पोषण को प्राथमिकता देकर समुदाय को लाभान्वित करने हेतु प्रेरित किया।
इस अवसर पर पिरामल फाउंडेशन के डिस्ट्रिक्ट लीड चाल्र्स जिम्म, डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर सूरज सिंह दानिश, समाज सेवी रानू सहित जिले के किशोर एवं छात्र मौजूद रहे।