महासमुन्द

हितग्राहियों के हिस्से का चावल आपस में बांटते राशन दुकान के सेल्समैन-प्रबंधक का वीडियो फैला
24-Mar-2023 2:37 PM
हितग्राहियों के हिस्से का चावल आपस में बांटते राशन दुकान के सेल्समैन-प्रबंधक का वीडियो फैला

बॉयोमेट्रिक अंगूठा लेकर उन्हें दस रुपए प्रति किलो दर के हिसाब से चावल के बजाय नगद रुपए दे रहे थे

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 24 मार्च।
महासमुंद के सोशल मीडिया में एक वीडियो फैला हुआ है जिसमें पीडीएस उचित मूल्य की दुकान के सेल्समैन व समिति प्रबंधक हितग्राहियों के हिस्से का चावल आपस में बांटते नजर आए हैं। यह मामला शासकीय उचित मूल्य की दुकान बम्बूरडीह का है। जहां सेल्समेन व समिति के प्रबंधक ने ग्रामीणों का 300 क्विंटल चावल बेचा और पैसा आपस में बांट लिया है। बीते तीन चार महीनों से ग्रामीण गरीब इस बात की शिकायत अधिकारियों से कर रहे थे। लेकिन विभाग ने संज्ञान में नहीं लिया था। वीडियो वायरल होने के बाद विभाग कार्रवाई की तैयारी में है। खाद्य विभाग ने एक कमेटी बनाकर जांच की बात कही है।

वीडियो में एक इलेक्ट्रॉनिक वेट मशीन पर चावल की जगह दस दस किलो के दो बांट रखे हंै और एक व्यक्ति राशन कार्ड को लेकर ग्रामीणों से बॉयोमेट्रिक मशीन में अगूंठे का निशान ले रहा है। बाजू में एक व्यक्ति हाथ में रुपए लिये बैठा है, जो कार्डधारी को चावल तौल कर देने के बजाय बांट को तौलकर उन्हें पैसा वितरण कर रहा है। एक कार्ड धारक को मिलने वाले 35 किलो चावल के एवज में दस रुपए किलो की दर से 350 रुपए बांट रहा है।

आनलाइन रिकार्ड में उपभोक्ताओं का बॉयोमेट्रिक अंगूठा नहीं लगने के कारण नान के रिकार्ड में इस दुकान पर चावल का स्टाक होना दर्शा रहा है। जिसके कारण नान ने इस दुकान के आंवटन को रोक दिया और पिछले चार माह से उपभोक्ताओं को चावल नहीं मिला है। वायरल विडियो के बाद जब समिति प्रबंधक और सेल्स मेन पर खाद्य विभाग ने दवाब डाला तो समिति प्रबंधक व सेल्समैन अब उपभोक्ताओं से बॉयोमेट्रिक अंगूठा थम लेकर उन्हें दस रुपए प्रति किलो दर के हिसाब से चावल के बजाय नगद रुपए दे रहे थे।

विभागीय अधिाकरी इस मामले में कहते हैं कि बावनकेरा समिति के अन्तर्गत ग्राम बम्बूरडीह में राशन की शासकीय उचित मूल्य की दुकान संचालित है। पीडीएस के इस दुकान में 300 राशन कार्ड धारक हैं। जिन्हें शासन से मिलने वाले खाद्यान्न को वितरण किया जाता है। इस दुकान के सेल्समेन और समिति प्रबंधक पर उपभोक्ताओं का आरोप है कि दोनों नवबंर के 300 क्विंटल चावल व 5.38 क्विटंल शक्कर को उपभोक्ताओं को वितरण करने के बजाय बाजार में बेच दिया और पैसे बांट लिए।

बहरहाल, यहां के ग्रामीण आक्रोशित हंै और दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हंै।  वहीं समिति प्रबंधक व सेल्समेन अपने आप को बेगुनाह बता रहा हैं। जबकि महासमुंद एसडीएम कहते हैं कि प्रथम दृष्टिया समिति प्रबंधक व सेल्समेन द्वारा हेराफेरी करना प्रमाणित हो रहा है। फि र भी एक कमेटी बनाकर जांच की जावेगी और दोषी पाये जाने पर कार्रवाई होगी।

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