महासमुन्द

महासमुंद, 24 मार्च। प्रदेश में हाल में हुई बेमौसम आंधी तूफान, बारिश तथा ओलावृष्टि ने धान एवं साग सब्जियों की खेती नष्ट हुई है। जनपद अध्यक्ष स्मिता हितेश चंद्राकर का कहना है कि बागबाहरा ब्लॉक के ग्राम छिबर्रा एवं सिमगांव में ओलावृष्टि से किसानों को बहुत ज्यादा आर्थिक हानि हुई है। पटवारी के साथ खेतों में जाकर निरीक्षण किया देखा कि तेज आंधी तूफान बारिश के साथ ओलावृष्टि से किसानों के धान फसल को क्षति पहुंचा है।
धान के पौधों से 30 प्रतिशत से अधिक दाना पानी में गिर चुका है। शेष बचे दाना ओले की मार से सफेद हो गया है। धान के पौधों के उसका बीच का हिस्सा फट गया है। खेती पर आश्रित किसान खासे परेशान हैं और इस उम्मीद में है कि संकट की इस घड़ी में सरकार उन्हें मुआवजा दें।
अध्यक्ष स्मिता चंद्राकर ने फसल के हुए नुकसान का मुआवजा प्रभावित किसानों को देने की मांग की है।
उन्होंने छत्तीसगढ़ शासन से कहा है कि यदि फसलों के नुकसान का मुआवजा नहीं दिया गया तो किसान आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हो जाएंगे और उन्हें खरीफ सीजन की खेती करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।