महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 24 मार्च। जिला नोडल अधिकारी विकास चन्द्राकर तथा कार्यक्रम समन्वयक उत्तम श्रीवास ने बताया है कि जिला स्तर पर नेशनल सर्टिफिकेशन ऑफ टीबी एलिमिनेशन अवार्ड-2022 के लिए छत्तीसगढ़ से 13 जिलों ने भारत सरकार को आवेदन भेजा है। इसमें महासमुंद भी शामिल है। टीबी रोग में कमी लाने व जिले को टीबी मुक्त बनाने शासन द्वारा मूल्यांकन के लिए नामांकित जिलों के नोडल अधिकारी एवं सहायक नोडल अधिकारियों को प्रशिक्षण भी दिया गया है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि टीबी उन्मूलन की दिशा में किए जा रहे प्रयासों के साथ ही सब नेशनल सर्टिफिकेशन या मूल्यांकन के लिए नामांकित घटकर 557 हो गई है। हाल ही में जिलों के चिन्हांकित गांवों में सर्वे, सैंपल कलेक्शन एवं जांच किए जाने के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल की है।
मिली जानकारी के अनुसार हाल ही में सभी सीएससी में भी 36 प्राथमिक चिकित्सालयों तथा की तैयारी टीबी मरीजों की जांच की तैयारी कर रहा है। वर्ष 2022 में कुल 15900 मरीजों की जांच की गई थी। इनमें से 1422 टीबी पॉजिटिव मिले थे। अब इनकी संख्या वर्ष 2023 तक घटकर 557 हो गई है। हाल ही में जिलों के चिन्हांकित गांवों में सर्वे, सैंपल कलेक्शन एवं जांच किए जाने संबंधी स्वास्थ्य मंत्रालय की बैठक में महासमुंद जिले में टीबी को लेकर किये गए कार्योंं के लिए सराहना मिली थी। अब रोगियों की पहचान के लिए स्वास्थ्य चिकित्सालयों, नर्सिंग होम्स, प्री तथा प्राथमिक 36 चिकित्सालयों में भी अब वेलनेस सेंटरों में भी यह मशीन लगाने लेबल पर पंचायत स्तर पर भी काम के संभावित मरीजों की पहचान करेगी। चिन्हांकित टीबी के संदेहास्पद संभावित मरीजों की जांच कर पॉजिटिव पाए गए लोगों को इलाज उपलब्ध कराया जाएगा। सघन टीबी खोज अभियान दो चरणों मरीजों का नि:शुल्क सैंपल भी में संचालित किया जाएगा। साथ ही आज 24 मार्च से 21 दिवसीय टीबी पर जागरूकता कार्यक्रम भी चलाया जाएगा। जिसमें विभाग के साथ ही स्कूली बच्चे, शिक्षक, सामाजिक कार्यकर्ता शामिल होंगे।