महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 24 मार्च। जिले में सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण का काम आगामी 1 अप्रैल से शुरू होगा। इसके लिए कलेक्टर को जिला नोडल अधिकारी बनाया गया है। 30 अप्रैल तक खत्म होने वाले इस सर्वेक्षण के लिए गठन होगा। यह दल प्रत्येक घर जाकर सर्वेक्षित परिवार के मुखिया का फ ोटो, आवास, शौचालय एवं आधार कार्ड का विवरण एप में अपलोड करेगा। सर्वेक्षण हेतु परिवार की इकाई राशन कार्ड को माना जाएगा।
इसके लिए मास्टर ट्रेनर्स, सीईओज का प्रशिक्षण 25 मार्च से पहले रायपुर में होना है। जबकि प्रगणकों का प्रशिक्षण जहां कनेक्टिविटी हो वहां करने के निर्देश मिले हैं। प्रशिक्षण में इन्हें एप डाउनलोड करना, लॉग इन करना, डाटा एन्ट्री सिखाया जाएगा। कोई भी परिवार सर्वेक्षण में नहीं छूटे, इसका ध्यान रखने कहा गया है।
सर्वेक्षण संपन्न होने के बाद ग्रामसभा की विशेष बैठक बुलाकर बैठक में सर्वेक्षण की जानकारी दी जाएगी। बीते वर्षों में शासन की प्रदेश सरकार की योजनाओं का लोगों के जीवन स्तर पर पड़े प्रभाव का आकलन करना तथा इस डाटा का उपयोग भविष्य में योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन तथा नई योजनाओं के निर्माण हेतु उपयोग करना सर्वेक्षण का उद्देश्य बताया गया है।
सर्वेक्षण की तैयारी की जा रही है। हर पंचायत के लिए 1 महिला, 1 पुरुष 2 सदस्यों का एक प्रगणक दल गठित कर आर्थिक सर्वेक्षण किया जा रहा है। इन्हें प्रशिक्षण के दौरान एसईसीसी 2011 की सूची, प्रधानमंत्री आवास स्थाई प्रतीक्षा सूची, आवास प्लस सूची, राशन कार्डधारी परिवारों की सूची, पंजीयन सूची,मनरेगा जॉब कार्ड सूची प्रदाय की जाएगी।
स्पष्ट किया गया है कि प्रगणक दल के किसी एक सदस्य ब्लॉक मुख्यालय में, जहां इंटरनेट की बेहतर सुविधा हो के पास एंड्राइड मोबाइल का होना आवश्यक है। जिला स्तर पर सर्वेक्षण में आने वाली कठिनाइयों के समाधान हेतु इन्हें स्वतंत्र मोबाइल नंबर दिया जाएगा। सुपर भाइजर अपने सर्किल के प्रत्येक पंचायत का तीन दिन में एक बार दौरा अनिवार्य रूप से करेगा। इस दौरान वह प्रगणकों को सहयोग प्रदान करेगा। मिली जानकारी के अनुसार प्रगणकों के ऊपर पर्यवेक्षण के लिए सुपर वाइजर तैनात किए जाएंगे।