धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 24 मार्च। सिंधी समाज धमतरी ने 23 मार्च को भगवान झूलेलाल की जयंती धूमधाम से मनाई। इस मौके पर कोष्टापारा स्थित भगवान झूलेलाल मंदिर में दिनभर पूजा-अर्चना का दौर चलता रहा। सुबह से ही यहां भगवान झूलेलाल के दर्शन के लिए समाजजनों की भारी भीड़ लगी रही। समाज के लोगों ने अपनी दुकानें बंद रखकर दिनभर सेवा कार्यों में रत रहे। 22 मार्च को रोमी द बिल्डर ने महिला स्कूटर रैली का स्वागत किया। दूसरे दिन 23 मार्च को घड़ी चौक में खूब आतिशबाजी कराई। जिसमें सिंध महिला की अध्यक्ष पार्वती वाधवानी, संरक्षक प्रिय पंजवानी, सचिव साक्षी वाधवानी और महेश रोहरा का स्वागत किया गया।
दोपहर में युवाओं ने बाइक रैली निकाली। यह रैली सदर बाजार समेत शहर के प्रमुख मार्गों का भ्रमण किया। इस दौरान युवा अपने हाथों में केसरिया ध्वज लहराते हुए डीजे की धुन पर भक्ति संगीत में नाचते-गाते चल रहे थे। यह रैली शहर के मुख्य मार्गों का भ्रमण करते हुए रत्नाबांधा स्थित कबीर मंगलम भवन पहुंची। यहां बाइक रैली का समापन हुआ। देर शाम को पूज्य सिंधी पंचायत व समाजजनों की ओर से भव्य और आकर्षक शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें युवा, बच्चे के साथ ही बुजुर्ग भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। इस दौरान डीजे और भजन-कीर्तन में बच्चे, युवा और महिलाएं आयोलाल झूलेलाल के जयकारा लगाते हुए नाचते झूमते चल रहे थे। सदर बाजार से होते हुए घड़ी चौक पहुंची। इसके बाद प्रमुख मार्गों का भ्रमण कर आमापारा स्थित बनिया तालाब में पहुंचकर समाप्त हुई। इसके पहले घड़ी चौक में आरती हुई।
परंपरा का किया गया निर्वहन
श्रद्धालु संत झूलेलाल के मंदिर सुबह में जाकर उनका दर्शन करते हैं। वरुण देव का अवतार संत झूलेलाल को माने जाने की वजह से इस दिन भगवान वरुण की पूजा भी लोग करते हैं। बहिराणा साहिब की परंपरा को सिंधी समाज के लोगों द्वारा इस दिन नदी किनारे निभाया जाता है। पूजा के लिए आटे की लोई बनाकर उसमें सिंदूर, लौंग, फल, इलायची, दीपक और मिश्री आदि चीजें रखी जाती है। पूजा करके इन्हें नदी में प्रवाहित कर दिया जाता है।