महासमुन्द
अधिकांश दवाईयां रायपुर की दुकानों में मिलती हैं
छत्तीसगढ़ संवाददाता
महासमुंद, 25मार्च। महासमुंद जिले में दो ऐसे अस्पताल हैं जहां उपचार के लिए मरीज आते हैंं, मरीजों की जांच होती है। पर्याप्त चिकित्सक हैं लेकिन मरीजों को देने के लिए दवाएं नहीं है। यह स्थिति कहीं और नहीं बल्कि जिला मु यालय में संचालित यूनानी औषाधालय और क्लीनिक की है। यहां मरीजों की जांच और उपचार के लिए चिकित्सक पदस्थ हैं, जो आने वाले मरीजों की जांच और उपचार कर दवाई की पर्ची थमा देते हैं। वजह बतचाते हैं कि अमुक दवाई मरीजों को देने के लिए उनके पास उपलब्ध नहीं है। मरीज बाहर दवाई दुकानों से दवाएं खरीदते हैं। अधिकांश दवाईयां रायपुर की दुकानों में मिलती हैं। पिछले तीन सालों से इस अस्पताल का यह हाल है। मरीज यहां उपचार के लिए आज भी पहुंच रहे हैं। जानकारी के मुताबिक यूनानी अस्पताल और क्लिनिक जिला आयुर्वेद विभाग के तहत संचालित होता है। यहां तीन हजार से ज्यादा मरीज पंजीकृत हैं। जिला मु यालय में वर्षों से संचालित यूनानी अस्पताल और क्लिनिक में उपचार व जांच कराने वाले मरीजों की सं या एक-दो नहीं बल्कि सैंकड़ो में है। यहां दोनों जगह मिलाकर करीब तीन हजार मरीज पंजीकृत हैं और नियमित रूप से चिकित्सकीय सलाह के बाद समय-समय पर उपचार के लिए पहुंचते हैं। लेकिन दवाइयां उपलब्ध नहीं होने से उन्हें केवल जांच करा लौटना पड़ता है। औषधालय के प्रभारी चिकित्सक अशफ ाक अहमद ने बताया कि दवाइयों की सप्लाई पिछले तीन सालों से नहीं के बराबर है। हर माह शासन को दवाइयों के लिए मांगपत्र भेजा जाता है। लेकिन सप्लाई नहीं हो रही है। सप्लाई रोकने की क्या वजह है यह उच्चाधिकारी ही बता पाएंगे।