धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 27 मार्च। वित्तीय वर्ष को समाप्त होने में अब 3 दिन शेष रह गया है, लेकिन बड़े बकायेदार टैक्स जमा करने आगे नहीं आ रहे हैं। अब भी करीब सवा 2 करोड़ रुपए से ज्यादा का बकाया हैं। इसे वसूलने में राजस्व विभाग के अधिकारियों को पसीने छूट रहे हैं। नगर निगम ने इस साल 2022-23 में कुल 8 करोड़ 5 लाख 28 हजार रुपए राजस्व वसूली का लक्ष्य रखा गया हैं, लेकिन 10 मार्च की स्थिति में 5 करोड़ 55 लाख 58 हजार रुपए की वसूली आई है। इस तरह शहर के बड़े बकायेदारों और आम जनता की जेब में अब भी 32 फीसदी टैक्स पड़ा हुआ है। इसे निकालने के लिए नगर निगम के सहायक राजस्व अधिकारियों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
गौरतलब है कि जब से नगर निगम में राजस्व विभाग के प्रभारी अधिकारी को निलंबित किया गया हैं, तब से वसूली कार्य प्रभावित हो गया हैं। निगम सूत्रों के मुताबिक राजस्व वसूली के कार्य में करीब 20 से ज्यादा सहायक राजस्व अधिकारियों की टीम 40 वार्डों में घूम रही है। इसमें संपत्ति कर और दुकान किराया मद में ही करीब 80 फीसदी वसूली आई है। बाकी मद में वसूली कार्य बूरी तरह प्रभावित हुई है। संपत्ति कर के रूप में 2 करोड़ 49 लाख 28 हजार रुपए वसूलना है, जिसके एवज में 1 करोड़ 98 लाख 8 हजार रुपए की वसूली आई है। इसी तरह समेकित कर के रूप में 1 करोड़ 39 लाख 36 हजार के एवज में 75 हजार रुपए वसूला गया।
सबसे बुराहाल जल विभाग का सबसे बुराहाल नगर निगम में जल विभाग का है। जल कर के रूप में कुल 1 करोड़ 98 लाख 48 रुपए वसूलना हैं, लेकिन 92 लाख 92 हजार रुपए की वसूली आई हैं। जबकि इस विभाग में सर्वाधिक मेंटेंन खर्च हो रहा हैं। हर साल लाखों रुपए का एलम, फिटकरी से लेकर मोटर पम्प संधारण सामग्रियां लगती है। यही नहीं एक ही मोटर पम्प को बार-बार रिपेयरिंग भी कराया जा रहा।