गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा राजिम, 28 मार्च। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता समाप्त होने के बाद छत्तीसगढ़ में कांग्रेस द्वारा सत्ता के घमंड में प्रदेश का माहौल खराब किए जाने का आरोप लगाते हुए भाजयुमो नेता किशोर देवांगन ने कहा कि राहुल गांधी को न्यायालय द्वारा सजा दी गई है।
अगर कोई कहता है कि न्यायालय ने मोदी सरकार के दबाव में आकर राहुल गांधी को सजा दी है, जिससे उनकी संसद सदस्यता समाप्त हो गई है, तो वह ऐसा कहकर बाबा भीमराव अंबेडकर द्वारा दिए गए संविधान और संबंधित न्यायालय की अवमानना कर रहा है क्योंकि राहुल गांधी को सजा देने वाला न्यायालय, संविधान द्वारा निर्मित है।
देवांगन ने कहा कि न्यायालय ने 4 साल की लंबी प्रक्रिया के बाद राहुल गांधी को साक्ष्यों के आधार पर दोषी पाते हुए सजा सुनाई है । लेकिन अपने आका को मुसीबत में देख कांग्रेसी, उसी बाबा भीमराव अंबेडकर द्वारा दिए गए संविधान और न्यायालय की अवमानना करने पर उतारू हो गए हैं, जिसकी वे आज तक दुहाई देते आए हैं।
देवांगन ने कहा कि देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मतलब यह नहीं है कि किसी भी धर्म, संप्रदाय, पंथ या समाज को गाली दी जाए। राहुल गांधी ने ऐसा किया है और बड़े ही दुर्भाग्य की बात है कि आज भी यह कह रहे हैं कि वे माफी नहीं मांगेंगे। इसका मतलब साफ है कि राहुल गांधी को मोदी समाज के विरुद्ध दिए गए अपने आपत्तिजनक और अपमानजनक बयान, पर किसी भी प्रकार का पछतावा नहीं है। देवांगन ने कहा कि अपने नेता को सजा मिलने और उनकी संसद सदस्यता समाप्त होने से आक्रोशित कांग्रेसियों को, हमेशा की तरह मोदी सरकार के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन करने का पूरा हक था , लेकिन कांग्रेसियों ने सत्ता के घमंड में बाहुबल का प्रदर्शन किया और रायपुर में भाजपा के प्रदेश कार्यालय एकात्म परिसर की दीवारों और भाजपा नेताओं के पोस्टरों पर पर कालिख पोतकर भाजपाइयों को आक्रोशित कर दिया।
भाजपाइयों ने क्रिया के फलस्वरुप अपनी प्रतिक्रिया दी, लेकिन सत्ता के दबाव के चलते पुलिस द्वारा उल्टे भाजपाइयों के विरुद्ध ही 3-3 झूठे प्रकरणों में अपराध दर्ज कर दिया। भाजपाई अन्याय सहन करने वाले नहीं हैं और यही वजह है कि भाजपाई न्याय पाने के लिए आंदोलन की राह पर हैं, लेकिन वहीं कांग्रेसी तुच्छ राजनीति के चलते और केवल वोटबैंक की खातिर समूचे देश की तरह छत्तीसगढ़ में भी बेवजह का हंगामा कर छत्तीसगढ़ की आबोहवा को खराब कर रहे हैं जबकि राज्य सरकार की यह प्रथम जिम्मेदारी है कि राज्य में अमन-चैन स्थापित हो।
देवांगन ने कहा कि आज देश का दुर्भाग्य है कि राहुल गांधी के साथ-साथ देशभर के कांग्रेसी राहुल गांधी को देश, देश के संविधान और न्यायिक व्यवस्था से ऊपर मान रहे हैं, जबकि भाजपा की मोदी सरकार के राज में हमेशा की तरह देश, देश का संविधान और न्यायिक व्यवस्था ही सर्वोच्च रहेगी।