बेमेतरा

30 एकड़ चारागाह की जमीन पर कब्जे को लेकर कलेक्टर से की शिकायत
28-Mar-2023 2:42 PM
30 एकड़ चारागाह की जमीन पर कब्जे को लेकर कलेक्टर से की शिकायत

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 28 मार्च।
सोमवार को जिला कार्यालय पहुंचकर ग्राम कुसमी के ग्रामीणो ने लगभग 30 एकड़ शरीक चारागाह की जमीन को व्यक्तिगत खाता में दर्ज करने का लिखित शिकायत कलेक्टर से किया है। जिला किसान संघ द्वारा ग्राम बिटकुली व झिरिया में प्रस्तावित स्पंज आयरन प्लांट को खोले जाने का विरोध दर्ज कराया है। वहीं उद्यानिकी विभाग के कार्यरतों ने महीनो से वेतन नहीं मिलने पर आर्थिक संकट का हवाला देते हुए वेतन जारी कराने के लिए जिला अधिकारी को निर्देश करने के लिए गुहार लगाया है।

सोमवार को जिला स्तरीय जनचौपाल में जिले के अनेक गांव के लोग अपनी शिकायत लेकर पहुंचे थे। बेमेतरा ब्लाक के ग्राम कुसमी में शरीक चारागाह के लिए सुरक्षित रखे गये भूखंड को पूर्व तहसीलदार द्वारा गलत ढंग से तीन वर्ष पूर्व कुछ लोगों के नाम पर व्यक्तिगत खाता में दर्ज किया गया है। जिसे निरस्त करने की मांग ग्रामीण मोहित राम साहू, मोहन चिमन लाल, शिवकुमार संतोश साहू ,पवन पाठक समेत अनेक आवेदकों ने हस्ताक्षर युक्त आवेदन देकर किया है।

शिकायतकर्ताओ के अनुसार गांव में शरीक चारागाह के लिए श्यामलाल, लडगु, राम प्रसाद व कातिक के नाम पर रखा गया था जिसका उपयोग चरागन के लिए किया जा रहा था। 12 हेक्टेयर से अधिक रकबा के उक्त भूखंड के नामांतरण के दौरान गलत जानकारी प्रस्तुत किया गया जिसके बाद उक्त भूखंड पर व्यक्ति गत नाम पर आदेश पारित कर राजस्व अभिलेख में दर्ज किया गया है जिसके बाद कब्जे को लेकर विवाद होने पर तहसील कार्यालय में जानकारी लेने पर पूरे प्रकरण की जानकारी गांव वालों को हुआ।
शिकायतकर्ताओं के अनुसार सभी भूखंड को वापस चारागन में शामिल नहीं किये जाने पर ग्रामीणों द्वारा सडक पर आकर आंदोलन करने की बात कही गई है। मामले पर कलेक्टर पीएस एल्मा ने कहा कि उक्त प्रकरण की जांच के लिए बेमेतरा एसडीएम सुरूची सिंह को कहा गया है जिसकी रिपोर्ट आने पर ही आगे की कार्यावाही होने की बात कही।

झिरीया व बिटकुली में प्रस्तावित प्लांट का ग्रामीणों ने किया विरोध
ग्राम झिरीया व बिटकुली में प्रस्तावित स्टील व पावर प्लान्ट का विरोध करने के लिए जिला कार्यालय पहुंचे ग्राम बिटकुली, झिरीया, तुमा, रवेली, चंदनु, केशतरा, कंरजिया, नवागांव और बिरनपुर के ग्रामाीणों ने क्षेत्र में पूर्व से हेचरी व मछली पालन के कारण होने वाले प्रदूषण एवं बदैलीन गायों से हो रहे फसल नुकसान को सामने रखते हुए कृषि विपरीत परिस्थति होने के बाद किसानों द्वारा जैसे तैसे कास्तकारी किया जा रहा है, और किसानों की हित को पूरी तरह दरकिनार करते हुए प्रदूषण फैलाने वाले उद्योग को गांव में स्थापित किए जाने की तैयारी हो रही है।

जिला किसान संघ के प्रमिल तिवारी, विनोद तिवारी, नेतराम साहू, जितेन बंजारे, दशरथ समेत अनेक किसानो ने 5 बिंदुओं पर आपत्ति दर्ज कराया है। किसानों के अनुसार गांव में 13 अप्रैल को लोक सुनवाई किया जायेगा पर लोक सुनवाई स्थल की जानकारी सामने नहीं लाया गया है। ग्रामाीणों ने लोक सुनवाई सार्वजनिक स्थान पर करने की मांग व स्थल को लेकर प्रचार-प्रसार करने की माांग की है। किसानों के साथ पहुंचे भाजपा नेता देवा दास चतुर्वेदी ने कहा कि इस तरह के उद्योग से किसान प्रदूषण से बीमारी के शिकार हो सकते हैं। किसान पूर्व से ही परेषान हो रहे हैं। गांव में उद्योगों का स्थापना नहीं किया जाना चाहिए।
 

 

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