रायगढ़

नेतनागर में किसानों की गिरफ्तारी के बाद मचा बवाल
28-Mar-2023 3:11 PM
नेतनागर में किसानों की गिरफ्तारी के बाद मचा बवाल

मंत्री उमेश के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 28 मार्च।
अंतत: नेतनागर में प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए करीब बीस लोगों को हिरासत में लेने के बाद वहां नहर की खुदाई का काम शुरू कर दिया। अचानक हुए इस कार्रवाई से गुस्साए कुछ ग्रामीण सडक़ पर बैठ गए लेकिन प्रशासन ने काम जारी रखा। इसके बाद उच्च शिक्षा मंत्री ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए उन्हें नि:शर्त रिहा करने का निर्देश कलेक्टर रायगढ़ को दे दिया लेकिन अब ग्रामीण रिहा होने को तैयार नहीं हैं। जिसके कारण धरना स्थल पर अजीब सी स्थिति बनी हुई है।

शहर से लगे गांव नेतनागर में लंबे समय से केलो परियोजना के नहर निर्माण का विरोध कर रहे किसानों को पुलिस ने आज गिरफ्तार कर लिया। बताया जाता है कि सोमवार की सुबह वहां प्रशासन की टीम पहुंची और किसानों को धरनास्थल से हटा दिया और काम शुरू कर दिया। लेकिन इधर इस मामले पर हो हल्ला होने के बाद कैबिनेट मंत्री उमेश पटेल ने जिला प्रशासन को किसानों को नि:शर्त रिहा करने के निर्देश दिये। लेकिन किसानों को अभी तक रिहा नहीं किया जा सका है। दरअसल प्रशासन तो वहां इस्तगासा लेकर पहुंच गई है लेकिन आंदोलनकारी उस पर साइन करने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि उन्हें बने हुए नहर को पाटने की इजाजत मिलनी चाहिए।

इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार शहर से लगे हुए ग्राम नेतनागर में किसान आंदोलन में आज नया मोड़ आ गया। पिछले लंबे समय से चल रहे इस आंदोलन में आज केलो परियोजना नहर का विरोध कर रहे 20 से अधिक किसानों को पुलिस ने सख्ती बरतते हुए गिरफ्तार कर केआईटी कालेज में रखा। इस दौरान क्षेत्र के किसानों ने इसे किसानों पर अत्याचार बताते हुए पुलिस की कार्रवाई के दौरान जमकर नारेबाजी शुरू कर दी।  

नेतनागर के किसानों में बढ़ते आक्रोश को देखते हुए कैबिनेट मंत्री उमेश पटेल ने भी अब इस मामले में दखल देते हुए जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि गिरफ्तार सभी किसानों को निशर्त रिहा करने की बात कहते हुए तत्काल केलो परियोजना के तहत हो रहे नहर निर्माण के कार्य को बंद कर दिया जाय। इस मामले में केबिनेट मंत्री उमेश पटेल के हस्तक्षेप के बाद सभी गिरफ्तार किसानों को निशर्त रिहा करने प्रशासन पहुंच गई है लेकिन आंदोलनकारी रिहा होने को तैयार नहीं हैं। हालांकि नहर निर्माण के काम पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।

रायगढ़ के अनुविभागीय अधिकारी गगन शर्मा ने बताया कि हम केआईटी कॉलेज पहुंचे हुए हैं और उन्हें रिहा करने के लिए सारे दस्तावेज भी लेकर आए हैं लेकिन किसान रिहा होने को राजी नहीं हैं। हालांकि उनसे बातचीत की जा रही है और उन्हें समझाने का प्रयास किया जा रहा है। अंतत: देर शाम मिली जानकारी के अनुसार केआईटी में रखे गए सभी किसान वहां से एक साथ पैदल मार्च करते हुए गांव के लिये रवाना हो गए।  
 

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