दुर्ग

दो महिलाओं सहित चार के खिलाफ जर्म दर्ज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 29 मार्च। नगर निगम भिलाई में अधिकारियों से पहचान की बात कह एक महिला सहित 4 लोगों ने प्रधानमंत्री आवास दिलाने के नाम पर लोगों से बाकायदा इकरारनामा कर लाखों रूपये की वसूली की है। जब रूपये देने के दो साल बाद भी लोगों को घर नहीं मिला तो पीडि़त धीरे-धीरे थाना पहुंच शिकायत करने लगे हैं। आज एक शिकायत की तफ्तीश बाद सुपेला पुलिस ने दो महिलाओं सहित चार के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर मामले को विवेचना में लिया है।
पुलिस के अनुसार नेहरू भवन के पास सुपेला में किराये के मकान में रहने वाले राकेश चौसरे (26 वर्ष) ने सुपेला थाना में मय दस्तावेज शिकायत की है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बेघर रहने वाले गरीबों को आवास आबंटित किए जाने की जानकारी होने पर उसकी मोबाईल दुकान में आने वाले परिचित रमेश खंडारे ने बताया कि ज्योति नामक महिला नगर निगम से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान दिलवाती है। राकेश ने ज्योति सोनी से दिसम्बर 2020 में मुद्रा फायनेंस आफिस के समीप पांच रास्ता सुपेला में मिला और उसे मकान के लिये बताया।
ज्योति ने उसे बताया कि ढाई लाख रूपया लगेगा और मकान मिल जाएगा क्योंकि मकसूद, रेशमा खातून और शाहिद निगम में प्रधानमंत्री आवास योजना के अधिकारी हैं, उनसे मिलकर वह काम करवा देगी। ज्योति सोनी के बातों से प्रभावित होकर राकेश ने सभी से मुलाकात भी की। उसे नगर निगम भिलाई से आवास आबंटन की एक लिस्ट भी दिखाई गई, जिसमें उनसे मकान लेने वालों का नाम लिखा हुआ था।
ज्योति सोनी ने राकेश को बताया कि आपके परिचित अन्य लोग जो भी चाहते हैं उसे भी बता दीजिए कि एक मकान दिलाने के 2 लाख 50 हजार रूपये लगेगा। इसके लिए बाकायदा सुपेला में एक इकरारनामा 50 रूपये के स्टांप पेपर के माध्यम से किया गया। राकेश ने 29 दिसंबर 2020 को 76 हजार नगद, 7 जनवरी 2021 को फोन पे से 50 हजार, 28 जनवरी 21 को 20 हजार नगद, 10 फरवरी 2021 को 1 लाख 4 हजार रूपये भारतीय स्टेट बैक स्मृति नगर भिलाई के माध्यम से चेक से ज्योति सोनी को दिया। उसके बाद ज्योति ने राकेश की मां यशोदा चौसरे के नाम से नगर निगम की एक रसीद क्रमांक-005926 दिनांक 15 जनवरी 2021 को 55 हजार 850 रूपये की छायाप्रति दी। ज्योति ने मकसूद को नगर निगम का अधिकारी बताया था तथा रेशमा को उसके अधीन काम करने वाली बताती रही। दो साल बाद भी मकान न मिलने पर ज्योति ने राकेश का फोन भी उठाना बंद कर दिया। वह अपने पैसे वापस मांगने बार-बार गया तब ज्योति बोली कि मैं रूपया निगम अधिकारी मकसूद, रेशमा, खातून को दे दी हूं और शाहिद रेशमा का बेटा है। काफी बोलने पर ज्योति ने राकेश को मात्र 10 हजार रूपये फोन पे से वापस किया और झूठी रिपोर्ट में फंसा देने की धमकी देने लगी।
राकेश ने पुलिस को बताया कि इसी तरह इन लोगों ने रत्ना वर्मा, रजनी, आनंद दास मानिकपुरी, रमेश मोतीराम खंडारे, ललिता देवी, सरिता, सतीशचद घोडे, मीना राम से भी मकान दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी की है।
आज एक शिकायत की तफ्तीश बाद सुपेला पुलिस ने आरोपी महिला ज्योति सोनी, रेशमा खातुन, मकसूद और शाहिद के खिलाफ धारा 34 और 420 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर मामले को विवेचना में लिया है।