सरगुजा

6 गांवों के 1200 हेक्टेयर जमीन पर होगी सिंचाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 29 मार्च। उदयपुर विकासखंड के देवगढ में रिहंद नदी पर लगभग 50 करोड़ की लागत से देवगढ़ व्यापवर्तन योजना को छत्तीसगढ़ के बजट 2023 में स्वीकृति मिल गयी है। स्वास्थ्य मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक टीएस सिंहदेव के प्रयास से इस महत्वकांक्षी योजना पर अब कार्य प्रारंभ हो जाएगा। इस सिंचाई योजना के कार्यान्वित होने के उपरांत उदयपुर एवं लखनपुर विकासखंड के 6 गांवों के 1200 हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई हो जायेगी।
पीएचई इस बैराज के माध्यम से आसपास के गांवों में पेयजल सप्लाई की तैयारी भी कर रही है। लंबे समय से क्षेत्रवासी इस योजना के जमीन पर उतरने का इंतजार कर रहे थे। टीएस सिंहदेव के प्रयास से यह महत्वपूर्ण योजना जमीन पर आकार लेने जा रही है। उल्लेखनीय है कि वे लगातार क्षेत्र के किसानो के लिये कार्य कर रहे हैं। उनके प्रयास से ही आज श्याम घुनघुट्टा योजना का पानी नहर के अंतिम छोर तक पहॅंच रहा है।
43 किमी लम्बी नहरों से सिंचाई
इस योजना के लिये राज्य के 2023 के बजट में 4930.26 करोड रुपय की प्रशासकीय स्वीकृति दी गयी है। इस योजना के तहत रिहंद नदी पर 125 मीटर लंबे बैराज का निर्माण किया जायेगा। इस बैराज की ऊॅंचाई 6 मीटर होगी। इसके बांये तट नहर की लम्बाई 12 किमी एवं दाहिने नहर की लम्बाई 10 किमी की होगी। उपनहरों की लम्बाई 21 कि0मी0 होगी।
बारह सौ हेक्टेयर में सिंचाई और पेयजल सुविधाओं का विस्तार
इस सिंचाई परियोजना के माध्यम से उदयपुर एवं लखनपुर विकासखंड के 6 गांवों में 1200 हेक्टेयर कृषि भूमि की सिचाई होगी। इनमें 800 हेक्टेयर खरीफ एवं 400 हेक्टेयर रकबा शामिल है। इस योजना के कार्यान्वित हो जाने के उपरांत आसपास के गांवों को पेयजल की आपूर्ति भी की जाएगी।
बरसात उपरांत कार्य प्रारंभ हो जायेगा
योजना को प्रशासकीय स्वीकृति मिलने के साथ ही टेंंडर प्रक्रिया को प्रारंभ कर दिया गया है। अगामी 2 माह में टेंडर प्रक्रिया के पूर्ण हो जाने की संभावना है। बरसात के उपरांत इसपर कार्य प्रारंभ कर दिया जायेगा। अनुमान है कि 2 वर्ष में यह व्यापवर्तन योजना कार्य करने लगेगा।