राजनांदगांव

सिलसिलेवार दो बड़े ऐतिहासिक सम्मेलन से नवाज मजबूत किसान नेता बनकर उभरे
29-Mar-2023 3:01 PM
सिलसिलेवार दो बड़े ऐतिहासिक सम्मेलन से नवाज मजबूत किसान नेता बनकर उभरे

भर्रेगांव-छुरिया के सम्मेलन में हजारों की भीड़ बनी सीएम-कांग्रेस सरकार के भरोसे का प्रतीक

छत्तीसगढ़ संवाददाता
राजनांदगांव, 29 मार्च।
पिछले दो माह के भीतर हुए किसानों के दो बड़े सम्मेलन के बाद राजनांदगांव जिले में कांग्रेस की सियासत में नए समीकरण बन गए हंै। सिलसिलेवार किसानों के दो बड़े कामयाब सम्मेलन से जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष नवाज भाई की किसानों से रिश्ते मजबूत हुए हैं।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार और किसानों के बीच का गठजोड़ को धार देने के इरादे से नवाज किसानों से सीधा संवाद कर रहे हंै। जिले के भर्रेगांव-छुरिया में हजारों किसानों की भीड़ वाली सफल कार्यक्रम के बाद जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष नवाज भाई की मजबूत किसान नेता के तौर पर सियासी जगत में गिनती हो रही है। प्रदेश सरकार की किसानों पर केंद्रित नीतियों को नवाज ने सिर्फ आत्मसात नहीं किया, बल्कि जमीनी स्तर पर मूर्तरूप भी दिया। भर्रेगांव के ऐतिहासिक कार्यक्रम को देखकर सीएम बघेल ने नवाज की पीठ भी थपथपाई थी।

2 फरवरी को भर्रेगांव में हुए कार्यक्रम के लगभग डेढ़ माह के भीतर छुरिया में किसानों की हजारों की भीड़ से यह साफ हो गया कि मौजूदा कांग्रेस सरकार और किसानों में आपसी मेल बरकरार है। छुरिया में बैंक अध्यक्ष नवाज ने सम्मेलन की बागडोर संभालते किसानों को कार्यक्रम में लाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया। किसान सम्मलेन की सफलता से जिले की सियासी फिजां में नवाज का किसानों के बीच पैठ मजबूत हुआ है। राजनीतिक रूप से नवाज किसानों के लिए भाजपा के 15 साल के कार्यकाल में भी विपक्षी नेता के तौर पर काफी मुखर रहे। रमन सरकार के दौरान जिले में किसानों की आत्महत्या के मामलों, खाद-बीज में कटौती और बोनस नहीं दिए जाने पर नवाज लगभग हर सोमवार को कलेक्टोरेट में धावा बोलकर विरोध जताते थे। पिछले डेढ़ साल में नवाज ने कृषक चौपाल लगाकर मौके से ही किसानों की समस्या को दूर किया।

किसान सेवा सप्ताह के जरिये वह बैंक के शाखाओं में राजीव गांधी न्याय योजना के हितग्राहियों से सीधे रूबरू होकर नवाज सहुलियत मुहैया कराने की कोशिश कर रहे हैं। पिछले साल भी चिलचिलाती धूप में नवाज ने दूरस्थ इलाकों के किसानों से सेवा सप्ताह के दौरान भेंट-मुलाकात कर चर्चा की थी।

अध्यक्ष के तौर पर वह जिले में फसल के क्षेत्र  में क्रांति लाने की दिशा में कार्ययोजना तैयार कर रहे हंै। धान-गेहूं की फसल के अलावा राजनांदगांव जिले में गन्ने की खेती को लेकर भी नवाज प्रयासरत हैं। पिछले दिनों कवर्धा में हजारों किसानों की मौजूदगी में राजनांदगांव जिले के किसानों को लेकर नवाज ने गन्ना खेती केे फायदे को लेकर आपसी चर्चा की। गुड के मझोले कारखानों की नींव रखने के इरादे से नवाज गन्ना खेती पर जोर दे रहे हैं। किसानों की सुध लेने के लिए प्रत्यक्ष रूप से नवाज की सीधी चर्चा से प्रदेश सरकार की साख भी मजबूत हुई है। बहरहाल दो बड़े किसान सम्मेलन की उमड़ी भीड़ से यह साफ हो गया कि मुख्यमंत्री बघेल और कांग्रेस सरकार के प्रति किसानों का भरोसा बरकरार है।
 

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