सरगुजा

नवरात्रि के अंतिम दिन मंदिरों में श्रद्धालुओं ने माता से मांगा आशीर्वाद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 29 मार्च। चैत्र नवरात्र की अंतिम तिथि पर अंबिकापुर स्थित आदिशक्ति मां महामाया मंदिर, मां दुर्गा मंदिर,गौरी मंदिर सहित समस्त देवी मंदिरों व शक्तिपीठों में पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। नगर के मां महामाया मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंचने लगी और लंबी-लंबी कतारें मां के दर्शन के लिए लग गईं।
महाष्टमी पर कई धार्मिक अनुष्ठान, भंडारे व कन्या भोज का आयोजन भी किया गया। हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने नवमी तिथि पर व्रत की पूर्णाहूति दी और कन्या भोज कराया। नवमी पर नगर का माहौल भक्ति में डूबा रहा। मां के भक्त माता के दर्शन के लिए कतार लगाकर खड़े रहे। अंबिकापुर महामाया मंदिर में माता के दर्शन के लिए श्रद्धालु सरगुजा जिले सहित आसपास के कई पड़ोसी जिलों से भी पूजा-अर्चना के लिए पहुंचे थे।
महामाया मंदिर सहित गांधी चौक स्थित मां दुर्गा मंदिर, स्कूल रोड स्थित गौरी मंदिर, संत हरकेवल दास दुर्गा मंदिर, रामानुजगंज रोड एवं बाबूपारा स्थित काली मंदिर, रिंग रोड स्थित काली मंदिर सहित कई शक्तिपीठों में श्रद्घालुओं का तांता लगा रहा। दुर्गा मंदिरों व शक्तिपीठों में महाअष्टमी तिथि पर विशेष धार्मिक अनुष्ठान भंडारा व कन्या भोज का आयोजन मंदिर प्रांगणों में चलता रहा। बड़ी संख्या में श्रद्धालु सूरजपुर जिले के ओडग़ी स्थित मां कुदरगढ़ी धाम भी पहुंचे। नौ दिनों तक व्रत रखने वाले महिला-पुरुषों ने मंदिरों में कन्या भोज कराया।
महामाया मंदिर प्रांगण में कन्याओं को भोज कराने व भंडारे का आयोजन विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा किया गया था,जिसमें श्रद्धालुओं की भारी भीड़ प्रसाद ग्रहण करने उमड़ी। भंडारे में लंबी-लंबी कतारें लगाकर लोग प्रसाद ग्रहण करने खड़े नजर आए। मां महामाया मंदिर स्थल मेला के रूप में तब्दील हो चुका था, जहां सुबह से देर रात तक भक्तों की भीड़ लगी रही।
चैत्र नवरात्र की नवमी तिथि पर महामाया मंदिर सहित सभी देवी मंदिरों व शक्तिपीठों में श्रद्धालुओं ने पूर्णाहुति दिया। मंदिरों में सामूहिक पूर्णाहुति का आयोजन हुआ, वहीं घरों में भी लोग परिवार के साथ पूजा अर्चना के बाद पूर्णाहुति दिया और नौ दिनों के व्रत का पारण किया।
रामलला के दर्शन के लिए उमड़े श्रद्धालु, मंत्री सिंहदेव ने किया दर्शन
रामनवमी पर आज राम मंदिर में भगवान राम के जन्म उत्सव पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई। रामलला के दर्शन पाने श्रद्धालु काफी उत्साहित नजर आए। जय श्रीराम के जयकारे के बीच श्रद्धालु पूजा-अर्चना करते हुए भजन कीर्तन करते रहे।
जैसे ही 12 बजे और मंदिर का कपाट खुला, वैसे ही श्रद्धालु श्रीराम के जयकारे लगाते हुए मंदिर में प्रवेश किए। प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव राम मंदिर पहुंचे थे और उन्होंने आरती कर भगवान राम की पूजा अर्चना की।
गौरतलब है कि रामनवमी को लेकर एक दिन पहले शहर में भगवान श्रीराम की भव्य विशाल शोभायात्रा साधु संतों की अगुवाई में निकाली गई थी। महिलाएं सिर पर कलश लेकर चल रही थी और साधु, संत ध्वज लेकर चल रहे थे। भजनों और ढोल-नगाड़ों की गूंज से शहर का माहौल भगवान श्रीराम की भक्तिरस में डूब गया था।
महिलाएं जिस कलश को लेकर आज शोभायात्रा में निकली थी, उसी कलश के जल से ध्वज की पूजा की गई। आज सुबह साढ़े नौ बजे से धार्मिक अनुष्ठान आरंभ हो गए थे। सुबह से ही कीर्तन मंडली रामलला की जन्मोत्सव को लेकर भजन कीर्तन करते रहे। मंदिर का बंद कपाट ठीक 12 बजे जन्मोत्सव के समय खोला गया। हरवर्ष उमडऩे वाली भक्तों की भीड़ को देखते हुए इसबार व्यापक सुरक्षा व्यवस्था गई थी।