राजनांदगांव

राजनांदगांव, 31 मार्च। डोंगरगढ़ विधायक भुनेश्वर शोभाराम बघेल द्वारा राजनांदगांव कलेक्टर से मुलाकात कर प्रस्तावित नए तहसील घुमका में खैरझिटी राजस्व निरीक्षक मंडल के ग्रामों को शामिल न करने की मांग की गई है, जिसे पूर्व सांसद मधूसूदन यादव ने सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का जरिया बताया है।
उन्होंने इस प्रकरण में डोंगरगढ़ विधायक पर गंभीर लापरवाही एवं निष्क्रियता बरतने का आरोप लगाते कहा कि डोंगरगढ़ विधायक जानबूझकर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीण जनता को कागजी कार्रवाई का झांसा देकर उनकी आंखों में धूल झोक रहे हैं। जबकि वह स्वयं जानते हैं कि राज्य शासन से अधिसूचना जारी होने के बाद यह मामला कलेक्टर राजनांदगांव के अधिकार क्षेत्र से बाहर की बात है।
श्री यादव ने जारी विज्ञप्ति में डोंगरगढ़ विधायक बघेल को आड़े हाथों लेते कहा कि विधायक समय गुजरने के बाद नींद से जागे हैं, किन्तु अब उसका खामियाजा स्थानीय ग्रामवासियों को भुगतना पड़ रहा है। यादव ने बताया कि 15 नवंबर 2022 को गौरव ग्राम घुमका में मुख्यमंत्री ने घुमका उप तहसील को पूर्ण तहसील का दर्जा देने की घोषणा की थी। जिसके पश्चात 26 दिसंबर 2022 को विशेष सचिव अनुराग पांडे ने पत्र जारी करते घुमका को नवीन तहसील सृजित करने के प्रस्ताव से अवगत कर इसे राजपत्र में दर्ज कर लिया था। इसके अनुपालन में राजनांदगांव जिला प्रशासन ने घुमका, उपरवाह, खैरझिटी राजस्व मंडल के 1 से 26 पटवारी हल्का के 91 ग्रामों को नवीन तहसील घुमका में शामिल करने की प्रक्रिया प्रारंभ करते सूचना, ईश्तहार प्रकाशन, मुनादी आदि के माध्यम से 60 दिनों में दावा आपत्ति का निराकरण करना था। उस दौरान कई ऐसे ग्राम जो राजनांदगांव तहसील से 10 से 15 किमी की दूरी पर स्थित है और घुमका तहसील में शामिल कर लिए जाने के कारण उन्हें 20 से 30 किमी की दूरी तय कर घुमका तहसील कार्यालय जाना पड़ेगा के ग्रामवासियों द्वारा विधायक डोंगरगढ़सहित शासन प्रशासन को अपनी पीड़ा से अवगत कराया गया था, किन्तु विधायक डोंगरगढ़ अपनी जिम्मेदारी से मुंह फेरे बैठे रहे।