बस्तर

पीसीसी अध्यक्ष ने भाजपा और प्रधानमंत्री पर लगाए कई आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 31 मार्च। कांग्रेस के पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने आज नगर के कांग्रेस भवन में पत्रकार वार्ता का आयोजन कर बीजेपी और प्रधानमंत्री पर जमकर आरोप लगाए। राहुल गांधी की संसद सदस्यता छीने के पीछे प्रधानमंत्री मोदी का हाथ होने का आरोप लगाया। पीसीसी चीफ ने कहा कि राहुल के साथ ऐसे बर्ताव इसलिए किया जा रहा है क्योंकि उन्होंने मोदी जी और अडानी के रिश्तों को लेकर प्रश्न खड़ा किया । उन्होंने कहा कि पीएम ने पहले कहा था न खाऊंगा न खाने दूंगा, अब खा भी रहे हैं और व्यापारी मित्रों को खिला भी रहे हैं।
मोहन मरकाम ने पूरे घटनाक्रम को दो भागों में बांटते हुए उसका विवरण दिया। उन्होंने कहा कि अडानी के प्लेन में नरेंद्र मोदी की आराम करने तस्वीरें सामने आई हैं , मोहन मरकाम ने कहा कि राहुल जी का प्रश्न था कि क्या अडानी की शेल कंपनी 20 हजार करोड़ की है ? उन्होंने कहा क्योंकि अडानी का इंफ्रास्ट्रक्चर का बिजनेस है इसलिए वो इतनी बड़ी रकम वो ला नहीं सकता तो ये पैसा किसका है और ये शेल कंपनी किसकी है ?
राहुल गांधी के वक्तव्य को प्रेस वार्ता में पढ़ते हुए मोहन मरकाम ने ये आरोप लगाया कि तथाकथित शेल कंपनियां रक्षा क्षेत्र में कार्य कर रही हैं ,जिसमें एक चीनी नागरिक भी है।
पीसीसी चीफ ने कहा-संसद की कार्रवाई से मल्लिकार्जुन खडग़े और राहुल गांधी के भाषणों से हटा दिया गया ,और राहुल गांधी की सदस्यता रद्द कर उन्हें मकान खाली करने का आदेश दिया गया ,ये लोकतंत्र को कुचलने का प्रयास है ।
उन्होंने बीजेपी पर संख्या बल के आधार पर बार बार संसद की कार्रवाई बाधित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ता धारी दल ही सदन चलने नहीं दे रहा है ।
दूसरे घटना क्रम में पीसीसी चीफ ने राहुल गांधी के ऊपर दर्ज हुए उस प्रकरण की जानकारी दी, जिसके बाद उनकी सदस्यता रद्द हुई थी । मोहन मरकाम ने कहा कि 23 मार्च को न्यायालय ने राहुल गांधी को सजा सुनाई और 24 मार्च को लोकसभा से उनकी सदस्यता रद्द होने के आदेश आ गया ,24 घंटे के अंदर इतनी बड़ी कार्रवाई कर दी गई जबकि अदालत ने उन्हें अपील के लिए 30 दिन का समय दिया था ।
मोहन मरकाम ने कहा कि हम न्यायिक प्रक्रिया पर टिप्पणी नहीं करेंगे पर केंद्र सरकार के तानाशाही रवैए का विरोध अवश्य से करेंगे ।
एक तरफ कहा न्यायालय की कार्रवाई पर टिप्पणी नहीं करेंगे दूसरी तरफ न्यायालय के फैसले पर उठाए सवाल
मोहन मरकाम ने प्रेस वार्ता में कहा कि वो न्यायालय की कार्रवाई पर किसी तरह की टिप्पणी नहीं करेंगे, पर उनके द्वारा प्रदत्त प्रेस नोट में न्यायालय के फैसले पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करते हुए कहा गया है कि आज तक किसी भी आपराधिक मानहानि के मामलों में 2 वर्ष की सजा किसी को भी नहीं मिली है। प्रेस नोट के अनुसार बीजेपी नेताओं के मामलों मे उदारता बरती जाती है।
राहुल का बयान ओबीसी विरोधी नहीं
पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के उस बयान की आलोचना करते हुए कहा जिसमें नड्डा ने राहुल गांधी को ओबीसी विरोधी बताया था, कहा कि बीजेपी सस्ती राजनीति कर रही है , राजस्थान और छत्तीसगढ़ के दो मुख्यमंत्री ओबीसी समाज से आते हैं ,और राहुल गांधी देश जोडऩे के लिए 4 हजार किलोमीटर चले हैं वो समाज को तोडऩे वाले बयान नहीं देते ।