कोरिया

चेक बाउंस, पत्नी दर-दर भटक रही, शिकायत पर होगी कार्रवाई -एसपी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 4 अप्रैल। बेदम पिटाई से इकलौते पुत्र की मौत के बाद एमसीबी जिले के जनकपुर में कांग्रेस के एक नेता की ऐसी ही कारगुजारी सामने आई है, उसने मुगौड़ी भजिए का ठेला लगाने वाले एक व्यक्ति को बेदम पीटा और जनपद पंचायत सीईओ के घर के गेट पर उसे लटका दिया, बाद में इलाज के दौरान एमपी के जबलपुर में उसकी मौत हो गई।
पिटाई करने वाले ने समाज के सामने उसे 1 लाख 10 हजार का चेक और 50 हजार रू नगद देने का वादा किया, स्टांप में लिखकर दिया और जैसे ही उसका अंतिम संस्कार हुआ, न तो 50 हजार नकद दिया और 1 लाख 10 हजार का चेक बाउंस हो गया। परिवार अब खुद को ठगा महसूस कर रहा है, उसका एक मात्र सहारा भी छिन गया। पत्नी स्टांप और बांउस चेक को लेकर दर-दर भटक रही है, जनकपुर और उसके आसपास डर का माहौल ऐसा है कि कोई भी कुछ कहने को तैयार नहीं है।
मामले में एमसीबी जिले के एसपी टीआर कोसीमा का कहना है-हमारे पास शिकायत आएगी तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
मृतक की पत्नी अमिका केंवट के अनुसार घटना 9 माह पूर्व 26 जुलाई 2022 की है। जनकपुर में मुगौड़ी भजिए का ठेला लगाने वाले उनके पति संतोष केवंट का कांग्रेस के एक नेता से विवाद हो गया, जिसके बाद उनकी न सिर्फ बेदम पीटाई की बल्कि उसे सीईओ निवास के गेट में लटका दिया, रात भर जब वो घर नहीं आए तो वो उसे ढूंढने निकली।
उसे बताया गया कि उसका पति सीईओ निवास के गेट पर लटका है, दो लोगों की मदद से उसे गेट से नीचे उतारा, और उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जनकपुर लेकर गई।
27 जुलाई 2022 को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जनकपुर ने शहडोल भेज दिया, परिजन उसे रीवा ले गए, तीन दिन इलाज के बाद रीवा मेडिकल कॉलेज ने उसे जबलपुर मेडिकल कॉलेज भेज दिया, जहां 10 अगस्त 2022 को उसकी मौत हो गई।
मौत के बाद शव जब जनकपुर पहुंचा तो समाज बैठा और कांग्रेस नेता ने अपनी गलती मानी और कहा गया कि अग तो पति चला गया है वापस नहीं आएगा, आर्थिक राशि ले लो वो बच्चों के काम आएगी। जिसके बाद अंतिम संस्कार क्रियाकर्म के लिए 50 हजार नगद और 1 लाख 10 हजार चेक स्टांप में लिखकर दिया गया।
अंतिम संस्कार के बाद 50 हजार नकद देने से नेता मुकर गया, जब 1 लाख 10 हजार का चेक बैंक में लगाया गया तो वह भी बांउस हो गया।
पीडि़ता के अनुसार उसके दो बच्चे और घर में बूढ़ी मां है, एक मात्र कमाने वाला उसका सहारा उसका पति को मार डाला गया। उसने पैसे की मांग कई बार की, परन्तु अब उसे पैसे दिलाने कोई सामने नहीं आ रहा है।
मृत्यु प्रमाण पत्र भी हुआ जारी
पंचायत ने मृतक का मृत्य प्रमाण पत्र जारी कर दिया, ऑनलाइन बनने वाले इस प्रमाण पत्र में मृत्यु के कारण का ऑप्शन आता है, यदि कारण नहीं पता है तो उसे नहीं लिखकर भी प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाता है, ऐसे में मृतक का प्रमाण पत्र जारी हो गया। परन्तु पूरे सिस्टम पर सवाल खड़े हो गए हंै।
मारपीट की घटना का यह दूसरा मामला है, जब सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ने पुलिस को एमएलसी (मेडिको लीगल केस) को लेकर मेमो नहीं भेजा, जबकि ऐसे मामलों को फौरन पुलिस का संज्ञान में लाया जाना चाहिए था। यही कारण है पुलिस की मामले में एंट्री नहीं हो पाई और मारपीट की घटना के बाद दो लोगों की जान चली जाने के बाद कहानी सामने आई है।