बेमेतरा

राशन दुकानों में उपभोक्ताओं को अब हल्दी, धनिया और मिर्च भी थमाया जा रहा
20-May-2023 2:39 PM
राशन दुकानों में उपभोक्ताओं को  अब हल्दी, धनिया और मिर्च  भी थमाया जा रहा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 20 मई।
जिले के राशन दुकानों में अब उपभोक्ताओं को किफायती दर पर अनाज के साथ जेब से रकम खर्च कर राशन दुकानों से धनिया, हल्दी, मिर्च का पैकेट भी लेना पड़ रहा है। विभाग के अनुसार उपभोक्ताओं को मसाला लेने से बाध्य नहीं किये जाने की बात कही जा रही है पर दुकानदार उपभोक्ताओं को मसाला पैकेट थमाने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं।

बताना होगा कि छत्तीसगढ़ स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन द्वारा जारी किये गये आदेश के अनुसार नान पीडीएस योजना के तहत राशन दुकानों के माध्यम से मसाला बेचने के लिए शासन से मिले अनुमति के बाद योजना को पूरे प्रदेश में लागू किया गया है। जिसमें एक कंपनी से एमओयू कर कंपनी को मसाला हल्दी, मिर्च एवं धनिया पाउडर को पीडीएस राशन दुकानों में सप्लाई के लिए अनुमति दिया गया है। अनुमति मिलने के बाद दुकानदारों को मसाला सप्लायर का नंबर उपलब्ध कराया गया जिनके द्वारा सीधे राशन दुकान में मांग पर मसाला दिया जा रहा है।

10 रुपया वाला पैकेट नहीं दिख रहा 20 वाला दे रहे 
उपभोक्ताओं को मसाला देने के लिए बाकायदा दर का निर्धारण किया गया है, जिसमें 50 ग्राम मसाला 10 रूपये और 100 ग्राम मसाला 20 रूपये का दर निर्धारण किया गया है । मसाला बेचने पर दुकान संचालक को कमीशन मिलेगा जो उसके लिए अतिरिक्त लाभ होगा।

457 राशन दुकानों में ज्यादातर महिला समूह के हाथ में 
जिले में 457 राशन दुकान है, जिसमें से 28 दुकान शहरी क्षेत्र एवं 429 दुकान ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित है। 457 राशन दुकानों में 244 राशन दुकान महिला स्व सहायता समूह द्वारा संचालित किया जा रहा है। इनमें 15 दुकान शहरी क्षेत्र 228 दुकान ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित किया जा रहा है। नगर के राशन दुकानों में ग्राहकों के इच्छा होने पर खरीदने के आदेश के बाद भी राशन दुुकानो में मसाला अनिवार्य बताकर थमाया जा रहा है। पूछे जाने पर दुकान संचालक चुप्पी साध लेते हैं।

बीपीएल कार्डधारी को अधिक मसाला थमाया तो भार बढ़ेगा 
जिले के 8 निकाय क्षेत्र व चार जनपद क्षेत्रों में कुल 248940 खादय एंव पोषण सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत राशनकार्डधारी है। इनमें सबसे अधिक 228750 राशन कार्डधारी बीपीएल वर्ग के है। जिसमें 210544 राशन कार्डधारी ग्रामीण क्षेत्र 18240 राशन कार्डधारी शहरी क्षेत्र के हैं। आमतौर पर एक उपभोक्ता को एक पैकेट हल्दी, एक पैकैट धनिया व एक पैकेट मिर्च थमाया जाता है तो गरीब व कमजोर आय वर्ग के हितग्राहियों पर अतिरिक्त भार पड़ेगा। दूसरी तरफ ज्यादातर दुकानों में 20 रूपये वाला मसाला अधिक नजर आया है, जिससे इसे लेने वालों पर अधिक खर्च वहन करना पड़ेगा। जिले में अंत्योदय वर्ग के 41435 कार्डधारी, निराश्रित वर्ग के 3304 हितग्राही, प्राथमिकता वर्ग के 183649 कार्डधारी, निशक्तजन वर्ग के 362 हितग्राही व एपीएल वर्ग के 20190 हितग्राही समेत कुल 248940 राशनकार्ड धारी हितग्राही है।

शहरी क्षेत्र में राशनकार्ड की संख्या - 22449, शहरी क्षेत्र में बीपीएल राशनकार्ड - 16206, जिले के ग्रामीण क्षेत्र के राशनकार्ड - 226491, ग्रामीण क्षेत्रों में बीपीएल कार्ड - 210544, जिले में ग्रामीण क्षेत्र के एपीएल कार्ड- 15947, जिले के शहरी क्षेत्र में एपीएल -  4243 है। 

क्या कहते हैं अधिकारी
जिले के राशन दुकानों में मसाला बेचे जाने व हितग्राहियों को थमाये जाने पर जिला खादय अधिकारी नितीश कुमार त्रिवेदी ने बताया कि नान द्वारा एक कंपनी से अनुबंध किया गया जिनके द्वारा सप्लाई किया जा रहा है। मसाला लेना उपभोक्ताओं की इच्छा पर है। यदि नहीं लेना चाहते है तो न ले। वहीं उपभोक्ताओं को बाजार से कम दर पर उपलब्ध कराया जा रहा है। अगर शिकायत हो तो कार्यालय में कर सकते है।

बहरहाल राश नदुकानो में उपलब्ध कराया गया मसाले के लेने के लिए बाध्यता या ऐच्छिक होने की स्थिति दुकानो में लिखित में नहीं दर्शाए जाने की वजह से हितग्राहियों के लिए मसाला लेना बजट प्रभावित करने वाला साबित हो रहा है।
 

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