कोरिया

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुुंठपुर, 24 मई। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत के भरतपुर दौरे के दौरान वन विभाग के मुनारों को कांग्रेस के पंजा छाप, मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष के नामों के जिंदाबाद के नारों के साथ रंग दिया गया था, खबर के बाद इसका असर देखा गया है, अब मुनारों को वापस सफेद रंग से रंग कर मामले का पटाक्षेप करने की कोशिश की गई है, परन्तु अब तक किसी भी प्रकार की कार्रवाई किसी पर नहीं की गई है।
भरतपुर के कांग्रेस के नेताओंं ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत के भरतपुर दौर के दौरान ग्राम बरेल से जनकपुर तक सडक़ किनारे पडऩे वाले वन विभाग के मुनारों पर कांग्रेस का चुनाव चिन्ह पंजा छाप से रंग दिया था, जिसकी खबर को ‘छत्तीसगढ़’ ने प्रमुखता से प्रकाशित किया, परन्तु मामले में मनेन्द्रगढ़ वन मंडल के डीएफओ ने किसी भी प्रकार की कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी।
खबर के प्रकाशन के बाद पंजे छाप और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जिन्दाबाद, डॉ. चरणदास महंत जिंदाबाद के नारे से रंगे मुनारोंं को अब सफेद रंग से रंग दिया गया है, जबकि मुनारों को रंगे जाने पर गैर जमानती अपराध है। परन्तु वन विभाग ने मुनारों को रंगने वालों पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की है, रंगे गए मुनारों पर पेंटर के नाम और मोबाइल नंबर तक अंकित था। बावजूद वन विभाग ने मुनारे रंग जाने के मामले में किसी से पूछताछ नहीं की और ना ही किसी पर कार्रवाई की है।
स्कूल की दीवारें और सूचना पटल अब भी रंगे हुए
खबर के बाद मुनारों को वापस उनके रंगों में रंग दिया गया है, जबकि सरकारी स्कूलों की दीवारों और पीएमजीएसवाई के सूचना पटल पर अब भी कांग्रेस के चुनावी चिन्ह पंजा छाप अंकित है, ज्यादातर ऐसे सूचना पटल हैं, जो विभिन्न गांवों की दूरी बताते थे, उन्हें भी कांग्रेस के नारेां से पोत डाला गया है, उन पर अभी तक मिटाया नहीं गया है।
अब भी वे पंजा छाप से रंगे हुए हैं।