सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर,24 मई। आगामी 28 मई को माहवारी स्वच्छता दिवस है, इस दिन को ध्यान में रख कर माहवारी स्वच्छता सप्ताह के अंतर्गत राज्य भर में यूनिसेफ राज्य सरकार के साथ मिल कर कई कार्यक्रम आयोजित कर रही है। इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग एवं पंचायत विभाग भी सहभागी बन रहा है। सरगुजा में एक ऐसी ही संगोष्ठी एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन अम्बिकापुर के राजमोहिनी देवी भवन सभागार में अम्बिकापुर ग्रामीण की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के साथ किया गया। इस दौरान लगभग 300 से भी अधिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका सहित किशोरी बालिका उपस्थित हुर्इं।
कार्यक्रम की शुरुआत यूनिसेफ द्वारा उपलब्ध माहवारी पर जागरूकता फि़ल्म दिखा कर की गई। इसके साथ ही किशोरी बालिकाओं को जागरूक करने खेल-खेल के माध्यम से कई गतिविधियां संचालित की गई, जिससे कि माहवारी को लेकर समाज में बैठे भ्रांतियों को दूर किया जा सके। कार्यक्रम में उपस्थित सरगुजा साइंस ग्रुप के संस्थापक अंचल ओझा ने माहवारी स्वच्छता प्रबंन्धन पर विस्तार से चर्चा की। इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं से विभिन्न समस्याओं पर खुल कर चर्चा हुई।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने ग्रामीण क्षेत्रों में किशोरी बालिकाओं के साथ किये जा रहे गतिविधियों पर खुलकर बात की। अंचल ओझा ने कपड़े का सही उपयोग, माहवारी के दौरान स्वच्छता क्यों जरूरी है, नियमित माहवारी क्यों जरूरी है? समाज में, घर-परिवार में व्याप्त भ्रांतियों एवं महिलाओं व लड़कियों के साथ-साथ लडक़े व पुरुषों के साथ चर्चा करने की आवश्यकता को लेकर बात की, साथ ही माहवारी के दौरान होने वाली विभिन्न समस्याओं को लेकर सवाल करते हुए उसे लेकर घर पर स्वयं किये जा रहे उपायों पर चर्चा की एवं सुझाव दिया कि जितना हो सके माहवारी के दौरान होने वाले समस्या के निदान हेतु गांव में नर्स, एएनएम दीदी, मितानिन बहनें, डॉक्टरों से महिलाएं व लड़कियां संपर्क करें, इसे लेकर हमें जागरूक करना है। केवल खुल कर चर्चा ही वह कड़ी है, जिससे माहवारी के प्रति समाज में व्याप्त विभिन्न विचारों को हरा सकते हैं।
यूनिसेफ की डिस्क्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर ममता चौहान ने माहवारी के दौरान एवं किशोरी बालिकाओं व महिलाओं के लिए भोजन की आवश्यकता, गांव में उपलब्ध साग, भाजी, सब्जी, खाद्य पदार्थ की जानकारी दी। साथ ही कहा कि हमें ऐसा माहौल अपने परिवार में तैयार करना है की हर माह जब जरूरी दैनिक उपयोग की सामान की लिस्ट बनें, हमारे अपने किराना दुकान सामान लेने जाएं तो उनकी प्राथमिकता में सैनेटरी पैड भी हो। सैनेटरी पैड के समुचित निपटान को लेकर भी डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर ममता चौहान ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से बात की।
उन्होंने माहवारी के दौरान की एक रियल घटना का जिक्र करते हुए बताया कि जानकारी नहीं होने पर कैसे अज्ञानता वश एक लडक़ी के जीवन पर बन आया था। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को गीत गाकर प्रोत्साहित किया।
इस दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग की परियोजना अधिकारी श्रीमती सरिता सिंह ने आयुष्मान कार्ड बनवाने हेतु सबको प्रोत्साहित किया एवं स्वास्थ्य विभाग में आयुष्मान कार्ड, खूबचंद बघेल योजना व मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना से मरीजों को कैसे ईलाज हेतु सहयोग मिल सकता है, इसकी जानकारी दी। साथ ही श्रमकार्ड बनवाने के लिए भी प्रोत्साहित किया।
इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के द्वारा राजमोहिनी देवी भवन में कैम्प लगाकर नवीन आयुष्मान कार्ड बनाये गए एवं रिन्यूवल किया गया। कार्यक्रम में लता तिक्कस, गोरेती, बिंदु सिंह, अनुपमा, कमलेश यादव सहित अन्य पर्यवेक्षकगण महिला एवं बाल विकास विभाग का सहयोग रहा। इनके अलावा एन एस एस के स्वयंसेवक संगीता सांडिल्य,अभ्युदय सिंह, गायत्री यादव, आकांक्षा टोप्पो एवं अन्य उपस्थित रहे और कार्यक्रम में सहभागिता निभाई।