दुर्ग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 25 मई। भारती विवि दुर्ग द्वारा आदिवासी गोदग्रामों देवारभाट, खेरथाडीह एवं अमलीडीह में विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए। देवारभाट जनचौपाल में जिला विधिक सहायता प्राधिकरण बालोद के सहयोग से नि: शुल्क विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। जनचौपाल में ग्रामीणों को प्रोटीन, विटामिन, खनिज लवण युक्त पौष्टिक आहार संबंधी विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।
इसके अतिरिक्त ग्रामीणों को स्वच्छ ईधन के उपयोग के लाभ सुझाए गए। जिससे स्वास्थ्य एवं पर्यावरण दोनों का कल्याण हो। ग्राम पंचायत भवन देवारभाट में सरपंच वर्षा जांचक के साथ ग्रामीण विकास के विभिन्न मुद्दों पर बैठक का आयोजन किया गया। ग्राम पंचायत भवन में आयोजित ग्राम सभा में ग्रामवासियों को पोषण आहार के संबंध में जागरूकता लाने के उद्देश्य से विवि के समाजशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ स्नेह कुमार मेश्राम ने विशेष व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण पौष्टिक आहार द्वारा स्वस्थ बने रहकर ग्राम एवं राष्ट्र के विकास में सक्रिय रूप से भागीदार हो सकते हैं।
इसी क्रम में गोद ग्राम खेरथाडीह एवं अमलीडीह संयुक्त पंचायत भवन में सरपंच चित्र रेखा साहू के साथ ग्रामीण विकास के विभिन्न मुद्दों पर बैठक का आयोजन किया गया। भारती विवि की शिक्षा भारती योजना जिसके अंतर्गत आर्थिक रूप से अक्षम 10 विद्यार्थियों की संपूर्ण शिक्षा का भार विवि स्वयं वहन करेगा, ऐसे पात्र विद्यार्थियों की सूची सरपंच महोदय को उपलब्ध कराने का आग्रह विवि के प्रतिनिधियों ने किया। साथ ही वृक्षारोपण अभियान के अंतर्गत सरपंच एवं अन्य पंचायत कर्मचारियों के सहयोग से पंचायत भवन परिसर में आम, अमरूद, कटहल जैसे फलदार वृक्षों का रोपण किया गया।
कार्यक्रमों का आयोजन गोद ग्राम संयोजक डॉ स्नेह कुमार मेश्राम एवं डॉ रोहित कुमार वर्मा द्वारा पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉ गुरु सरन लाल के विशेष सहयोग से किया गया। विदित हो कि भारती विवि द्वारा पांच गोद ग्रामों अमलीडीह, खेरथाडीह, देवारभाट, पीसेगांव तथा कोनारी में निरंतर प्रतिमाह सामुदायिक ग्रामीण विकास के उद्देश्य से कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।