दुर्ग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 25 मई। सनातन धर्म रक्षा वाहिनी के राष्ट्रीय महासचिव प्रमुख देवेश मिश्रा ने राजनीतिक दलों द्वारा एवं उनके नेताओं द्वारा लगातार हिंदू धर्म ग्रंथों और देवी-देवताओं को आधार बनाकर स्वयं को महा मंडित करने की नीति का कड़ा विरोध किया है।
राष्ट्रीय महासचिव देवेश मिश्रा ने कहा कि अभी-अभी मध्यप्रदेश में एक कांग्रेसी नेता का रामायण के सीरियल का अंश लेकर हनुमान भगवान का जिस प्रकार से स्वयं को प्रचारित करने उपयोग किया गया है, वह सनातनी हिंदुओं की भावना से खिलवाड़ है व सनातन धर्म संस्कृति व परंपरा के खिलाफ है। ऐसा करने वालों को मुंह की खानी होगी।
हमारे इष्ट आराध्य देवी देवता अथवा हमारे सनातन हिंदू धर्म के ग्रंथों मापदंडों का उपयोग राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति के लिए किया जाना सर्वथा अनुचित है।भगवान से बढक़र कोई नहीं है।
राष्ट्रीय महासचिव देवेश मिश्रा ने कहा कि सनातन धर्म रक्षा वाहिनी ने पहले ही इस बात को सार्वजनिक कर दिया है कि संगठन हर पल हर जगह देश विदेश में प्रत्येक राजनीतिक सामाजिक संस्था व नेताओं पर उनके कार्यकलापों पर बहुत बारीकी से नजर रखे हुए हैं और प्रत्येक की कार्यप्रणाली का सूक्ष्म निरीक्षण किया जा रहा है। कोई भी नेता अथवा संगठन तनिक भी भुलावे में ना रहे कि सनातन धर्म का विरोध कर वह सफल हो सकेंगे।
देवेश मिश्रा ने कहा कि राजनीतिक दल मुफ्त खोरी समाज को बांटने का काम और सामाजिक धार्मिक आर्थिक तुष्टीकरण को खत्म करें। नशा जमाखोरी भ्रष्टाचारी अपराधी छवि वाले नेताओं और देश व क्षेत्र विशेष की सभ्यता संस्कृति का दुरुपयोग कर खुद का ही हित व खुद के लाभ के लिए कार्य करने वाले स्वार्थी तानाशाही नेता व संगठन बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
सनातन धर्म रक्षा वाहिनी का उद्देश्य- कार्य,देश हित समाज हित, सर्वहारा वर्ग का विकास,सुख शांति व समूचे जगत में सनातन का परचम लहराना है।