बस्तर

बस्तर संभाग के साथ ही ओडिशा व तेलंगाना के मरीजों को मिलेगा फायदा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 27 मई। केंद्र सरकार व राज्य सरकार के द्वारा जगदलपुर के डिमरापाल में 10 एकड़ में 200 करोड़ की लागत से सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल तैयार किया जा रहा है, इस हॉस्पिटल के खुलने से बस्तर संभाग के साथ ही ओडिशा व तेलंगाना के मरीजों को काफी फायदा पहुंचेगा।
इस हॉस्पिटल को जल्द से जल्द तैयार करने के लिए 22 मई को हेल्थ कमिश्नर के द्वारा एक बैठक आयोजित किया गया था, जिसमें इस बात को कहा गया है कि आने वाले जुलाई तक इसे तैयार करने के साथ ही शुरू करने की बात कही गई है।
बताया जा रहा है कि इस सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल के लिए सेटअप भी तैयार कर लिया गया है, जिसके लिए 277 पदों की भर्ती भी करने की बात कही गई है, एक और जहां तृतीय व चतुर्थ श्रेणी की भर्ती व्यापम के द्वारा परीक्षा के माध्यम से की जाएगी तो वहीं डॉक्टरों की भर्ती भी करने की बात कही गई है, इस हॉस्पिटल के खुलने से मरीजों को 300 किमी का सफर तय करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि यहां सडक़ हादसे में घायल होने वाले मरीजों के सिर में लगने वाली गंभीर चोट का इलाज हो सकेगा, साथ ही गुर्दा, कार्डियो, न्यूरो सर्जन के अलावा अन्य गंभीर मरीजों के उपचार के लिए डॉक्टर उपलब्ध रहेंगे, वहीं इस हॉस्पिटल का बाहरी काम के अलावा मशीनों का आना भी शुरू हो गया है, जिसे लगाने का काम भी शुरू हो गया है, वहीं हेल्थ कमिश्नर के द्वारा रायपुर में हुए बैठक में बिलासपुर के साथ ही जगदलपुर में बन रहे सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल को जल्द ही शुरू करने की बात कही गई है।
पैकेज है कम
सूत्रों की माने तो बस्तर में डॉक्टरों को जो वेतन दिया जा रहा है, वो कम है, जिसके कारण कई डॉक्टर यहां आने से भी कतरा रहे है, अगर सही पैकेज के साथ ही थोड़ा सा अगर वेतनमान में वृद्धि होता है तो डॉक्टर जल्द ही यहां सेवा करते हुए दिखाई देंगे।
नहीं छोडऩा चाहते अपना शहर
सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल के लिए एक ओर जहां डॉक्टरों को बुलाया जा रहा है, वहां एक बात सामने आई है की जिन डॉक्टरों को यहाँ बुलाया जाएगा, उनमें से कुछ लोगों के खुद के क्लीनिक के साथ ही हॉस्पिटल होने से अचानक से सब छोड़ कर नहीं आ पाएंगे।
घायल जवानों को भी मिलेगा काफी फायदा
इस सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल के खुलने से बस्तर में होने वाले पुलिस नक्सली मुठभेड़ में घायल होने वाले जवान, आईडी ब्लास्ट, गोली लगने से घायल जवान आदि को काफी मदद मिलेगी, ऐसे जवानों को रायपुर ना भेजकर यही उपचार शुरू कर दिया जाएगा, जिससे समय रहते उन्हें सही उपचार के साथ ही डॉक्टरों का इलाज मिल पाएगा।
मेकाज के डीन डॉ. यू एस पैकरा का कहना है कि 22 मई को हुए बैठक में हेल्थ कमिश्नर ने बिलासपुर व जगदलपुर में बन रहे सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल को जुलाई तक तैयार कर देने की बात को कही है, जिससे मरीजों के साथ ही जवानों को फायदा मिल पाएगा।