राजनांदगांव
छह साल के लिए शहर अध्यक्ष छाबड़ा ने किया निष्कासन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 28 मई। कांग्रेस के पूर्व पार्षद हेमंत ओस्तवाल को पार्टी विरोधी गतिविधियोंं में शामिल होने के आरोप में शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर छाबड़ा ने छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। पिछले कुछ महीनों से शहर महामंत्री की हैसियत से ओस्तवाल लगातार कई मुद्दों को लेकर सरकार और संगठन के खिलाफ मुखर थे। पिछले दिनों उन्होंने एक पत्रकारवार्ता लेकर अपरोक्ष रूप से महापौर समेत अन्य सांगठनिक नेताओं के खिलाफ आरोप लगाए थे।
बताया जा रहा है कि बूढ़ासागर सौंदर्यीकरण में हुए भ्रष्टाचार मुद्दों को लेकर भी ओस्तवाल सार्वजनिक रूप से आरोप-प्रत्यारोप कर रहे थे। माना जा रहा है कि उनके इस कार्यप्रणाली को संगठन के खिलाफ जाने से जोडक़र देखा गया है। राजनांदगांव जिला संगठन प्रभारी अरूण सिसोदिया के पत्र के आधार पर शहर अध्यक्ष छाबड़ा ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए ओस्तवाल को कांग्रेस पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया।
गौरतलब है कि हेमंत ओस्तवाल तत्कालिन महापौर नरेश डाकलिया के कार्यकाल में एमआईसी मेम्बर भी रहे। उनके जनहित के मुद्दों को लेकर तेवर सख्त रहे हैं। ओस्तवाल ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पर भी बूढ़ासागर में हुए कथित भ्रष्टाचार को लेकर चुप्पी साधने पर घेरा था। इधर निष्कासन के संबंध में पूर्व पार्षद श्री ओस्तवाल ने कहा कि उनके द्वारा बूढ़ासागर घोटाले की जांच की मांग कांग्रेस सरकार से की गई थी। जिसकी जांच करने के बजाय उन्हें पार्टी से निष्कासित किया गया है। एक जनप्रतिनिधि होने के नाते मेरा प्रयास रहेगा कि वह शहर के हितों को लेकर आगे भी आवाज उठाते रहेंगे।