राजनांदगांव
44 डिग्री तापमान की परवाह छोड़ माहभर बैंक अध्यक्ष नवाज ने किसानों का समझा दर्द
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
राजनांदगांव, 29 मई। किसानों पर केन्द्रित राज्य सरकार की योजनाओं को गति देने के लिए जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष नवाज भाई ने किसान चौपाल कार्यक्रम के जरिये पहले चरण के दौरे में 80 हजार किसानों को परोक्ष रूप से सरकार के करीब लाया। सहकारिता के क्षेत्र में राज्य सरकार बैंक के माध्यम से कई बड़ी योजनाओं से किसानों का भला करने के लिए जोर लगा रही है। इस मुहिम में बैंक अध्यक्ष नवाज ने किसानों को सीधे जोडऩे के लिए किसान चौपाल कार्यक्रम का आयोजन किया। पहले दौर के आयोजन में किसानों की जबर्दस्त भीड़ उमड़ी।
किसानों के बीच पहुंचकर नवाज ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा किसानों के हितों में लिए गए निर्णय और योजनाओं से किसानों को वाकिफ कराया। यह पहला अवसर है, जब किसी बैंक अध्यक्ष ने वृहद स्तर पर किसानों के बीच पहुंचकर उनकी जरूरतों और समस्याओं को नजदीक से परखा और जाना। नवाज ने अपने दौरे में भीषण गर्मी और चिलचिलाती धूप को नजर अंदाज कर दुरूस्थ इलाकों में बसे किसानों को एक मंच दिया। किसानों के साथ आपसी चर्चा में उनकी बातों को सुनकर सरकारी और गैर सरकारी तरीके से हल करने का भी रास्ता बताया।
अध्यक्ष होने के नाते नवाज ने किसानों को गन्ना की फसल को आत्मसात करने की दिशा में प्रोत्साहित किया। उनका दौरा ऐसे वक्त हुआ, जब 44 डिग्री तापमान की मार से बचने घरों से निकलने की जहमत उठाने से लोग डरते रहे। किसानों के साथ गर्मी के सख्त तेवर को धता बताते हुए नवाज ने कई घंटे चौपाल में सीधी चर्चा की। नवाज के इस पहल को देखकर उनके साथ मौजूद अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी हैरत में पड़ गए। धूप की मार झेलते हुए नवाज ने लगातार 35 स्थानों में किसान चौपाल का आयोजन किया। चौपाल में किसानों के दुख-दर्द के हिमायती के तौर पर फसल चक्र के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया।
गैर राजनीतिक रूप से शुरू हुआ यह अभियान शुरूआत से ही सफलता की ओर बढ़ता रहा। नतीजतन चौपाल कार्यक्रम में किसानों ने बढ़-चढ़कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित कराई। चौपाल की खासियत में यह बात भी इंगित करने वाली है कि धूप से निजात दिलाने के लिए गमछे और अन्य सामान किसानों को भेंट किए गए। वहीं अध्यक्ष नवाज ने किसानों के संग खुले आसमान में दोपहर का भोजन किया। अध्यक्ष के तौर पर उन्होंने चौपाल कार्यक्रम में मोहला-मानपुर, राजनांदगांव और खैरागढ़ जिले के किसानों को जोडऩे में कामयाबी हासिल की। बहरहाल पहले चरण के कार्यक्रम को किसानों ने अपनी दमदार मौजूदगी से सफल बना दिया।